अब जेल की बत्ती गुल होने पर भी काम करेगा जैमर
बिजली गुल हो जाने के बाद भी केंद्रीय कारागार नैनी में जमैर काम करेंगे। इसके लिए कारागार में 80 लाख की लागत से सोलर सिस्टम लगाने की कवायद है।
इलाहाबाद : नैनी केंद्रीय कारागार नैनी की बिजली गुल होने के बाद भी अब वहां लगे जैमर काम करेंगे। इसके अलावा अब जेल में हमेशा उजाला भी रहेगा। इससे जेल की सुरक्षा और सख्त हो सकेगी। इसके लिए कारागार परिसर में सोलर पैनल लगाया जाएगा।
दरअसल, जेल प्रशासन की ओर से शासन को जेल परिसर में सोलर पैनल लगाए जाने के लिए 80 लाख का प्रस्ताव भेजा गया था। इसमें यह बताया गया था कि इससे जेल की सुरक्षा में सेंध नहीं लगाई जा सकेगी। सोलर पैनल लगाए जाने के लिए कारागार परिसर में 49 सौ वर्ग मीटर का स्थान भी चिह्नित किया जा चुका है। 400 किलोवॉट का सोलर पैनल लगने से जेल में हमेशा उजाला रहेगा। इसके अलावा जेल में लगे 28 जैमरों का कनेक्शन भी इस पैनल से जोड़ दिया जाएगा। ऐसे में जेल की बिजली कटने पर भी मोबाइल जैमर बंद नहीं होगा। डीआईजी जेल वीआर वर्मा ने बताया कि दो माह के भीतर जेल में सोलर पैनल लग जाएगा। इससे काफी सहूलियत मिलेगी। जेल प्रशासन को हर माह होगी 13 लाख की बचत
जेल परिसर में सोलर पैनल लगने से जेल प्रशासन को बिजली का बिल जमा करने से भी राहत मिल जाएगी। दरअसल, जेल प्रशासन को हर माह बिजली विभाग को 13 लाख रुपये बिजली का बिल जमा करना पड़ता है। ऐसे में 80 लाख की लागत से सोलर पैनल लगने से विभाग को हर महीने 13 लाख रुपये की बचत होगी। जेल का होगा अपना पॉवर ग्रिड :
डीआइजी जेल वीआर वर्मा ने बताया कि जेल के पास अपना पॉवर ग्रिड होगा। साथ ही जेल के पूरे परिसर और हर रास्ते पर थोड़ी-थोड़ी दूर पर सोलर लाइट के खंभे लगाए जाएंगे और उन पर लाइट लगाई जाएगी। यह सिस्टम पूरी तरह से ऑटोमेटिक रहेगा। इससे जितनी बिजली की जरूरत होगी उतना ही उपयोग हो पाएगा। इसके बाद भी जो पॉवर बचेगा वह बैकअप के रूप में मौजूद रहेगा। जेल में दो माह के भीतर सोलर पैनल लग जाएगा। 25 अगस्त को इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। मंजूरी मिल गई है। इसके अलावा पैनल से जैमर को भी जोड़ जाएगा, ताकि जेल की सुरक्षा में सेंध न लग सके।
-वीआर वर्मा, डीआइजी जेल