दुनिया भर मे कुंभ की ब्रांडिंग, पर संगम..
इलाहाबाद : माघ व कुंभ मेला खत्म होने के साथ ही संगम को उदास छोड़ देने की सोच से अब बाहर आने की जरूरत है।
By Edited By: Published: Fri, 02 Feb 2018 07:15 PM (IST)Updated: Sat, 03 Feb 2018 11:40 AM (IST)
शरद द्विवेदी, इलाहाबाद : माघ व कुंभ मेला खत्म होने के साथ ही संगम को उदास छोड़ देने की सोच से अब बाहर आने की जरूरत है। वजह यह कि कुंभ अब दुनिया की सांस्कृतिक धरोहर भी है। वैसे तो सरकार कुंभ की ब्रांडिंग मे जुट गई है, लेकिन माघ मेला खत्म होने के साथ ही संगम क्षेत्र की रौनक घटने लगी है। यदि संगम क्षेत्र और परेड मे सुविधा को व्यवस्थित कर दिया जाए तो ये कुंभ की ब्रांडिंग के ध्वजवाहक बन जाएंगे। हर साल माघ मेला समाप्ति के बाद संगम क्षेत्र लावारिश छोड़ दिया जाता है। उसकी सुध न अधिकारी लेते है, न नेता और न स्वयंसेवी संस्थाएं, जबकि संगम मे प्रतिदिन श्रद्धालु स्नान करने आते है। इसमे स्थानीयो के साथ देश-विदेश के श्रद्धालु रहते है। यहां आने वाले मन मे अच्छी छवि लेकर नही लौटते। जगद्गुरु स्वामी महेशाश्रम कहते है कि सरकार कुंभ की ब्रांडिंग करने मे जुटी है, अगर संगम क्षेत्र की सुंदरता, स्वच्छता, सुरक्षा व प्रकाश की सुविधा कायम रखे तो प्रयाग आने वाले पर्यटको का संगम से बेहतर जुड़ाव होगा। ------- यह काम करना जरूरी ------ घाटियो को करे व्यवस्थित संगम तट पर सबसे अधिक दिक्कत घाटियो के चलते होती है। वह तख्त बेतरतीब रखकर बैठ जाते है। इसके चलते स्नानार्थियो को दिक्कत होती है। प्रशासन घाटियो के बैठने का स्थान तय कर उनके ऊपर छतरी का स्वरूप एक जैसा कर दे तो दृश्य हर किसी को लुभाएगा। लगे फूलो के गमले संगम क्षेत्र को मनोरम बनाने के लिए खाली पड़े स्थानो मे फूलो के गमले व मार्ग के दोनो ओर झंडे लगाकर खूबसूरती बढ़ाई जा सकती है। --------- कोट्स सफाई व सुरक्षा का हो प्रबंध : डॉ. सुरेश कुंभ पर्व 2013 मे स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी रहे डॉ. सुरेश द्विवेदी कहते है कि माघ मेला के बाद संगम का घाट अत्यंत दूषित रहता है। मूत्रालय व शौचालय का कोई प्रबंध नही होता। मेला की तर्ज पर लोगो के शौचालय, मूत्रालय के साथ घाटो की सफाई का उचित प्रबंध रहे तो हर कोई वहां आना चाहेगा। --- सुविधा बनाने से आएंगे पर्यटक : नरेद्र गिरि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेद्र गिरि का कहना है कि प्रशासन को संगम क्षेत्र की सुंदरता एवं श्रद्धालुओ की सुविधा को लेकर काम करना चाहिए। इससे कुंभ की बड़ी ब्रांडिंग होगी। श्रद्धालुओ पर ध्यान दे प्रशासन : अभिषेक स्वामी अभिषेक ब्रह्माचारी कहते है कि प्रशासन अगर श्रद्धालुओ की सुविधा पर ध्यान देता है तो कुंभ की ब्रांडिंग स्वत: हो जाएगी। सबकी सहूलियत बनाए रखने की दिशा मे उचित काम करना चाहिए। ----- इंसेट: बनाए रखेगे सुंदरता : विजय किरन कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद का कहना है कि जून तक संगम तट की सुंदरता बनाए रखने को हम गंभीर है। घाट पर स्वच्छता, प्रकाश, शौचालय व पेयजल का उचित प्रबंध जारी रखा जाएगा, ताकि श्रद्धालुओ को दिक्कत न होने पाए।
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