पीजी और शोधार्थियों के लिए इविवि ने खोले हॉस्टल
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) ने अनलॉक अनलॉक 5.0 के अंतर्गत बुधवार को विज्ञान संकाय एवं तकनीकी वर्ग के परास्नातक छात्र-छात्राओं और शोधार्थियों के लिए सभी हॉस्टल खोल दिए। इसके लिए डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर केपी सिंह ने सभी हॉस्टलों के अधीक्षकों के साथ बैठक भी की। बैठक में अधीक्षकों को हॉस्टल खोलने से पूर्व कोविड-19 गाइडलाइन के बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) ने अनलॉक अनलॉक 5.0 के अंतर्गत बुधवार को विज्ञान संकाय एवं तकनीकी वर्ग के परास्नातक छात्र-छात्राओं और शोधार्थियों के लिए सभी हॉस्टल खोल दिए। इसके लिए डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर केपी सिंह ने सभी हॉस्टलों के अधीक्षकों के साथ बैठक भी की। बैठक में अधीक्षकों को हॉस्टल खोलने से पूर्व कोविड-19 गाइडलाइन के बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
दरअसल, कोरोना वायरस संक्रमण के दस्तक देने के बाद इविवि प्रशासन ने अचानक सभी हॉस्टलों को खाली कराने का फरमान जारी कर दिया था। इसके बाद छात्र-छात्राओं ने हॉस्टल खोले जाने के लिए आंदोलन भी किए। 15 अक्टूबर को विभिन्न जिलों से भी तमाम छात्राएं हॉस्टल में प्रवेश के लिए पहुंचीं। इसे लेकर देर रात तक हंगामा हुआ था। मामले में पुलिस ने पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह समेत पांच छात्राओं व तीन छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आधी रात बाद जेल भेज दिया। जेल से रिहा होने के बाद ऋचा समेत छात्राओं ने मामले की शिकायत इविवि के विजिटर यानी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), राष्ट्रीय महिला आयोग, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक से की। इसी बीच बुधवार को डीएसडब्ल्यू प्रो. केपी सिंह ने पूर्व में रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ल की तरफ से हॉस्टलों को खोलने के लिए जारी नोटिफिकेशन के क्रम में हॉस्टलों को खोले जाने का आदेश जारी कर दिया। डीएसडब्ल्यू ने बताया कि फिलहाल विज्ञान संकाय और तकनीकी वर्ग के छात्र-छात्राओं तथा शोधार्थियों के लिए हॉस्टल खोले हैं। इससे वह प्रयोगशाला में अपने शिक्षण कार्य जारी रख सकें। जबकि, अन्य छात्र-छात्राओं के लिए अभी हॉस्टल नहीं खोले गए हैं। हॉस्टलों में कोविड गाइडलाइन के बाबत सभी अधीक्षकों को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने कहाकि सत्य और संघर्ष की जीत हुई है। छात्राओं को आधी रात बाद जेल भेजने वाले विवि प्रशासन के अन्यायपूर्ण फैसलों के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही सभी के लिए हॉस्टल खोल दिए जाएंगे।