कुंभ के दौरान प्रयागराज में पीएम मोदी रखेंगे गंगा एक्सप्रेस-वे की आधारशिला
दुनिया के सबसे बड़े गंगा एक्सप्रेस-वे की आधारशिला प्रधानमंत्री के हाथों रखवाने की तैयारी की जा रही है। प्रयागराज में ही इसकी आधारशिला रखी जाएगी।
कुंभनगर [ज्ञानेन्द्र सिंह]। लखनऊ से बाहर कैबिनेट बैठक का रिकार्ड बनाने वाले योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस-वे को मंजूरी दी। अब इसकी आधारशिला कुंभ के दौरान ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ रखवाने की तैयारी है।
प्रयागराज में दुनिया के सबसे बड़े गंगा एक्सप्रेस-वे की आधारशिला प्रधानमंत्री के हाथों रखवाने की तैयारी की जा रही है। प्रयागराज में ही इसकी आधारशिला रखी जाएगी। कुंभ के दौरान ही प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर तैयारी हो रही है। इस एक्सप्रेस-वे से लगभग ढाई सौ गांवों का कायाकल्प होगा, जहां से यह गुजरेगा। विकास के साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। आवागमन की सुविधा भी बढ़ेगी।
कुंभ मेला क्षेत्र में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में गंगा एक्सप्रेस-वे बनाए जाने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी गई। लगभग 600 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज के बीच 250 गांवों से गुजरेगा। बुलंदशहर, बदायूं, अमरोहा, शाहजहांपुर, फर्रूखाबाद, हरदोई, कन्नौज, उन्नाव, रायबरेली और प्रतापगढ़ होते हुए प्रयागराज में फाफामऊ सिक्स लेन पुल से जुड़ेगा। एक्सप्रेस-वे में सर्वाधिक गांव बदायूं, फर्रुखाबाद और रायबरेली के होंगे। इन गांवों की 5656 हेक्टेयर जमीन पर इसका निर्माण होगा। लगभग 36 हजार करोड़ की लागत वाले एक्सप्रेस-वे के लिए इसमें आठ रेलवे ओवरब्रिज व 18 फ्लाईओवर बनाए जाएंगे।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि सड़कें किसी भी देश के विकास की परिचायक होती हैं। केंद्र और प्रदेश सरकार आवागमन के लिए सड़कों पर ज्यादा फोकस कर रही है। प्रयागराज कुंभ के मद्देनजर प्रयागराज से वाराणसी, प्रयागराज से मीरजापुर, प्रयागराज-प्रतापगढ, प्रयागराज-जौनपुर,प्रयागराज-कौशांबी व प्रयागराज-रीवा समेत 164 सड़कों का चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण कराया गया है।
प्रयागराज-मेरठ गंगा एक्सप्रेस-वे होगा नाम
प्रदेश के पूर्वी छोर को पश्चिम से जोडऩे वाले एक्सप्रेस-वे का नाम प्रयागराज-मेरठ गंगा एक्सप्रेस-वे होगा। यह एक्सेस कंट्रोल ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे होगा। यह फोर लेन एक्सपेंडेबल टू सिक्स लेन होगा। इसके निर्माण के बाद दिल्ली-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर दबाव कम होगा। प्रयागराज व इसके आसपास से दिल्ली व पश्चिमी उत्तर प्रदेश जाने वाले लोगों के लिए यह एक्सप्रेस-वे सुविधाजनक होगा।