Move to Jagran APP

Coronavirus : पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के यात्रियों को ढूंढ़ना मुश्किल, इसी ट्रेन से इंडोनेशियाई जमाती आए थे Prayagraj News

इंडोनेशियाई युवकों में से एक में कोरोना वायरस की पुष्टि हो चुकी है ऐसे में अन्‍य ट्रेन यात्रियों का पता लगाने में रेलवे परेशान है। वह पुरुषोत्‍तम एक्‍सप्रेस से दिल्‍ली से आए थे।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 06 Apr 2020 12:04 PM (IST)Updated: Mon, 06 Apr 2020 05:06 PM (IST)
Coronavirus : पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के यात्रियों को ढूंढ़ना मुश्किल, इसी ट्रेन से इंडोनेशियाई जमाती आए थे Prayagraj News
Coronavirus : पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के यात्रियों को ढूंढ़ना मुश्किल, इसी ट्रेन से इंडोनेशियाई जमाती आए थे Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। दिल्ली के तब्लीगी जमात में शामिल होकर प्रयागराज आए सात इंडोनेशियाई युवकों में से एक युवक की रिपोर्ट रविवार को पॉजिटिव आने पर जिला प्रशासन की मुश्किल बढ़ गई है। इंडोनेशियाई युवक 21 मार्च को नई दिल्ली से पुरुषोत्तम एक्सप्रेस से चले थे। 22 मार्च को प्रयागराज जंक्शन पर उतरे थे। युवक एस-3 और एस-5 कोच में थे। दोनों कोच से आठ यात्री प्रयागराज जंक्शन पर उतरे थे। ट्रेन से कुल डेढ़ सौ यात्री प्रयागराज आए थे और यहां से गए थे। शहर में आए लोगों को ढूंढकर उन्‍हें क्वारंटाइन करना मुश्किल भरा है।

loksabha election banner

प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से यात्री इंडोनेशियाई युवक के संपर्क में आए होंगे

पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के एस-5 कोच में पांच और एस-3 में दो इंडोनेशियाई युवक थे। एस-3 कोच में इंडोनेशियाई युवक के साथ दो खाना बनाने वाले भी थे। सात लोग प्रयागराज जंक्शन पर उतरे थे। उसके बाद शाहगंज की एक मस्जिद में चले गए थे। दिल्ली से लेकर प्रयागराज के 10 घंटे से ज्यादा के सफर में इंडोनेशियाई युवक एक-दूसरे से मिलने के लिए कोच में गए होंगे। एस-4 कोच से होकर गुजरे होंगे। उन्होंने ट्रेन में शौचालय का भी इस्तेमाल किया होगा। ट्रेन में सफर कर रहे यात्री भी उसमें गए होंगे। इसलिए एस-5 व 3 के साथ एस-2 व 4 और 6 कोच के यात्री भी शंका के घेरे में आ गए हैं। प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से वह इंडोनेशियाई युवक के संपर्क में आए ही होंगे।

जनता कर्फ्यू से जनरल टिकट वाले यात्री भी 22 मार्च को ज्यादा रहे होंगे

पुरुषोत्तम एक्सप्रेस से 22 मार्च को प्रयागराज जंक्शन पर 35 ऐसे यात्री उतरे थे, जिनका रिजर्वेशन अलग-अलग श्रेणी के कोचों में था। यहां से 37 यात्री पुरषोत्तम एक्सप्रेस से गए थे। ट्रेन में वेटिंग टिकट और जनरल टिकट लेकर चलने वाले यात्री भी उस दिन ज्यादा रहे होंगे, क्योंकि उस दिन जनता कर्फ्यू था।

कई यात्रियों का मोबाइल नंबर ही रिजर्वेशन चार्ट में दर्ज नहीं है

रेलवे के अनुमान के मुताबिक लगभग डेढ़ सौ यात्री पुरुषोत्तम एक्सप्रेस से आए और गए थे। जिन यात्रियों का रिजर्वेशन था, उसमें कई यात्रियों का मोबाइल नंबर ही रिजर्वेशन चार्ट में दर्ज नहीं है। कई यात्रियों की टिकट पर एजेंट का मोबाइल नंबर है। क्योंकि उन्हें खुद अपना रिजर्वेशन नहीं कराया था। ऐसे में सबसे बड़ी समस्या यह आएगी कि पुरुषोत्तम एक्सप्रेस से आए सभी यात्रियों को कैसे ढूंढा जाए और उन्हें क्वारंटाइन किया जाए, ताकि कोरोना वायरस फैल न सके। पुरुषोत्तम एक्सप्रेस से कई यात्री ऐसे भी आए होंगे, जो दूसरे जिलों में भी गए होंगे। रिजर्वेशन चार्ट में यात्रियों का पूरा पता नहीं है। इसलिए एक-एक यात्री को ढूंढ पाना मुश्किल साबित हो रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.