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हेलमेट अंवश्य लगाएं, यह मजबूरी नहीं जरूरी

पुलिस विभाग में हेलमेट लगाने के प्रति जागरुकता लाने के लिए एसएसपी ने अनोखी पहल की है। उन्होने पुलिस कर्मियों को भी हेलमेट लगाकर चलने की नसीहत दी। नियम न मानने वालों पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Sep 2019 07:16 PM (IST)Updated: Thu, 03 Oct 2019 06:19 AM (IST)
हेलमेट अंवश्य लगाएं, यह मजबूरी नहीं जरूरी
हेलमेट अंवश्य लगाएं, यह मजबूरी नहीं जरूरी

जासं, प्रयागराज : पुलिस विभाग में हेलमेट लगाने के प्रति जागरुकता लाने के लिए एसएसपी ने अनोखी पहल की। उन्होंने पिछले दिनों हेलमेट लगाकर दोपहिया गाड़ी पर जाते दिखे हाईकोर्ट सुरक्षा के सिपाही आशीष समाधिया और दारागंज थाने की सिपाही पूजा को पुलिस कर्मियों के बीच बतौर रोल मॉडल पेश किया।

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सोमवार दोपहर पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, एसपी ट्रैफिक कुलदीप सिंह और ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में पूजा और आशीष को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन दोनों से ही सौ पुलिसकर्मियों को हेलमेट प्रदान कराए गए। एसएसपी ने कहा कि हेलमेट लगाने को ट्रैफिक नियम की मजबूरी नहीं बल्कि जरूरी समझना चाहिए। सड़क दुर्घटनाओं में दो पहिया सवार ज्यादातर लोगों की मौत की वजह सिर की चोट होती है। जान बच भी जाए तो सिर की चोट जिंदगी भर के लिए मुसीबत बन जाती है। इसलिए हेलमेट लगाएं और दूसरों को भी प्रेरित करें। हेलमेट वितरण के बाद ट्रैफिक नियमों के पालन के प्रति जागरुकता लाने के लिए पुलिस लाइन से शहर में बाइक रैली भी निकली गई। बोले रोल मॉडल, भूलें नहीं हेलमेट

कार्यक्रम में बतौर रोल मॉडल पेश झांसी निवासी सिपाही आशीष समाधिया और कानपुर निवासी पूजा ने कहा कि वे अपनी सुरक्षा के लिए हेलमेट लगाते हैं। उन्होंने संदेश दिया कि पुलिस हो या पब्लिक, दोपहिया पर घर से घूमने निकलें या काम पर जा रहे हों कृपया हेलमेट लगाना नहीं भूलें। याद रखिए कि घर में कोई आपका इंतजार कर रहा होता है। चौराहों पर सिग्नल है, फ्री लेफ्ट टर्न नहीं

जासं, प्रयागराज : नवाब युसुफ रोड का वाल्मीकि चौराहा। अगर आप हाईकोर्ट पानी टंकी की तरफ से आकर और इस चौराहे से घूमकर आंबेडकर चौराहे की तरफ जाना चाहते हैं तो लाल बत्ती पर रुकना पड़ेगा। सिविल लाइंस से रेलवे कॉलोनी की तरफ जाने के लिए भी यहां सिग्नल हरा होने तक ठहरना पड़ेगा। ऐसा इसलिए है कि इस चौराहे पर फ्री लेफ्ट टर्न की व्यवस्था नहीं है।

वाल्मीकि चौराहा तो महज एक उदाहरण हैं। पीडी टंडन पार्क चौराहा, फायर ब्रिगेड चौराहा, एकलव्य चौराहा समेत कई चौराहों पर बाएं मुड़कर दूसरी तरफ जाने वालों को दिक्कत उठानी पड़ रही है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि जिन चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल की व्यवस्था हो गई है, वहां पर ट्रैफिक पुलिस के जवान और होमगार्ड भी सुगम और सुरक्षित यातायात के लिए तैनात रहते हैं, लेकिन वह फ्री लेफ्ट टर्न से अंजान बने रहते हैं। इसके चलते वाहन चालकों और राहगीरों को परेशानी हो रही है। हालांकि कुछ चौराहों पर फ्री लेफ्ट टर्न की सुविधा है, लेकिन वहां वाहन चालकों की मनमानी के चलते लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। एसपी ट्रैफिक कुलदीप सिंह का कहना है कि धीरे-धीरे करके सभी चौराहों पर फ्री लेफ्ट टर्न की व्यवस्था की जा रही है।


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