गूगल से गायब है मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से जुड़ी जानकारी Prayagraj News
मेडिकल कॉलेज की वेबसाइट आपातकालीन स्थिति में सस्पेंड है। केजीएमयू के ऑफीशियल पेज पर भी यही लिंक दिया गया है। केजीएमयू ने भी इस मामले में कोई एक्शन नहीं लिया।
प्रयागराज,जेएनएन। वैश्विक महामारी बने कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकारें एक ओर तमाम हेल्पलाइन नंबर और वेबसाइट्स आम जनता से साझा कर रही हैं। वहीं, मंडल के प्रमुख चिकित्सा केंद्र प्रयागराज स्थित मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से जुड़ी जानकारियां गूगल से गायब हैं। आपातकालीन स्थिति में यदि कोई जानकारी जुटाना चाहे तो इसके वेबपेज पर क्लिक करते ही 'दिस एकाउंट हैज बीन सस्पेंडेडÓ लिखकर आ रहा है।
मेडिकल कॉलेज का ऑफीशियल वेबपेज नहीं चल रहा
लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) से संबद्ध प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज का ऑफीशियल वेबपेज नहीं चल रहा है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मेडिकल कॉलेज की वेबसाइट आपातकालीन स्थिति में सस्पेंड है। केजीएमयू के ऑफीशियल पेज पर भी यही लिंक दिया गया है। हैरत की बात तो यह है कि केजीएमयू ने भी इस मामले में कोई एक्शन नहीं लिया और न ही मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने इसके बारे में कोई पहल की। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब लोगों को बेहतर इलाज की सबसे ज्यादा जरूरत हो तो मेडिकल कॉलेज का यह रवैया कहां तक ठीक है। अस्पताल प्रबंधन भी इससे अनभिज्ञ बना हुआ है।
क्यों जरूरी है किसी अस्पताल का वेबपेज
लोग उम्मीद करते हैं कि वेबपेज पर हर वह जरूरी जानकारी मिलेगी, जिसके आधार पर अस्पताल पहुंचने और मरीज को जल्द चिकित्सा सुविधा का लाभ दिला सकें। वर्तमान हालात में वेबपेज पर कोरोना से जुड़ी अहम जानकारी होती हैं। जैसे, क्या मेडिकल कॉलेज में आइसोलेशन वार्ड है? वेंटीलेटर की सुविधा है? जांच के लिए लैब है? अलग से ओपीडी है? इसका समय क्या है?
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य बोले
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि ऑफीशियल वेबसाइट हर महीने अपडेट की जाती है। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते वेबसाइट अपडेट नहीं किया जा सका है। जल्द ही अपडेट करवाया जाएगा जिससे लोगों को सहूलियत मिल सके।