गाय, गंगा और गांव के जरिए भारतीय संस्कृति की होगी रक्षा, गौ रक्षा विभाग ने तैयार किया गो कृपा अमृतम
विहिप में गो रक्षा विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. गुरु प्रसाद सिंह ने कहा कि गाय गंगा और गांव की रक्षा से भारतीय संस्कृति रक्षा संभव है। भारत का गांव न होता तो कोविड-19 से देश नहीं बचा होता। भारत को बचाना है तो गाय गंगा गांव को बचाना होगा
प्रयागराज, जेएनएन। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) में गो रक्षा विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. गुरु प्रसाद सिंह ने कहा कि गाय, गंगा और गांव की रक्षा से ही भारतीय संस्कृति रक्षा संभव है। भारत का गांव न होता तो कोविड-19 से देश नहीं बचा होता। यदि भारत को बचाना है तो गाय, गंगा और गांव को बचाना होगा। वह गुरुवार को माघ मेला स्थित शिविर में काशी प्रांत के प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
जैविक खेती के लिए किसानों को करेंगे प्रशिक्षित
डॉ. सिंह ने कहा कि आज कीटनाशक के माध्यम से खेतों की उर्वरा शक्ति समाप्त हो रही है। देश का नागरिक कैंसर जैसी बीमारी का शिकार हो रहा है। हमारा उद्देश्य कृषि के माध्यम से किसानों को आत्मनिर्भर बनाकर गांव में उद्योग को विकसित करना है। बताया कि गो रक्षा विभाग गांव-गांव किसानों का सम्मेलन कर उन्हेंं प्रशिक्षित कर जैविक कृषि से स्वावलंबी बनाएगी। विहिप के केंद्रीय मंत्री वासुदेव पटेल ने कहा गो-आधारित खेती से ही देश को खुशहाल बनाया जा सकता है। इसके लिए गो कृपा अमृतम का निर्माण गौ रक्षा विभाग द्वारा किया गया है। गौरक्षा के प्रांत मंत्री लालमणि तिवारी ने कहा कि वर्ष 1996 में तीर्थराज प्रयाग की धरती परेड से गौरक्षा का राष्ट्रीय अधिवेशन कर गौरक्षा का संकल्प लिया गया था। इस दौरान प्रांत अध्यक्ष भोला नाथ मिश्र, महेश तिवारी, जितेंद्र, शिव कुमार झा, विजय शंकर चतुर्वेदी, विष्णु श्रीवास्तव ,अवधेश राय, नागेश्वर तिवारी, मीनाक्षी मिश्रा, पवन आदि उपस्थित रहे।