सनातन धर्म अपनाने से विश्व गुरु बनेगा भारत, श्रीमद्भागवत कथा में बोले आचार्य अखिलेश महाराज
श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में व्यास राम धाम बिठूर से आए आचार्य अखिलेश महाराज कथा रस बरसा रहे हैं। उन्होंने कहा कि धर्म से दूर नहीं होना चाहिए। सनातन धर्म के साथ चलें एक दिन फिर से भारत विश्व गुरु होगा।
प्रतापगढ़, जेएनएन। जनपद में जलेशरगंज के पीतांबर दुबे का पुरवा में चल रही श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में व्यास राम धाम बिठूर से आए आचार्य अखिलेश महाराज कथा रस बरसा रहे हैं। उन्होंने कहा कि धर्म से दूर नहीं होना चाहिए। सनातन धर्म के साथ चलें, एक दिन फिर से भारत विश्व गुरु होगा।
भगवान का चरित्र भक्ति पूर्वक सुनने से धर्म, अर्थ, मोक्ष की प्राप्ति
कथा प्रसंग पर उन्होंने बताया कि राजा परीक्षित के स्वर्ण मुकुट में कलयुग का वास था। एक बार वह मुकुट पहनकर आखेट के लिए गए थे। वहां प्यास लगने पर शमीक ऋषि के आश्रम पर पहुंचकर जल मांगा। उस समय ऋषि ध्यान लगाए बैठे थे। ऋषि के उत्तर न देने पर मुकुट में कलियुग के वास के चलते राजा ने क्रोध में आकर एक मरा हुआ सांप ऋषि के गले में डाल दिया। घर आकर जब मुकुट सिर से उतारा तो राजा परीक्षित को इस बात की जानकारी होने पर बहुत पछतावा हुआ। इधर जब ऋषि के पुत्र श्रृंगी ने यह समाचार सुना तो क्रोधित होकर उसने यह श्राप दिया की आज के सातवें दिन यही तक्षक राजा को डसेगा। कथा प्रसंग को आगे बढ़ाते हुए आचार्य ने बताया कि शुकदेव महाराज से राजा परीक्षित ने सात दिन तक श्रीमद्भागवत कथा सुनी। सातवें दिन तक्षक सर्प के डसने से राजा परमधाम को प्राप्त हुए। आचार्य ने कहा कि भगवान का चरित्र भक्ति पूर्वक सुनने से धर्म, अर्थ, मोक्ष की प्राप्ति होती है। आयोजक मथुरा प्रसाद द्विवेदी व लल्ली द्विवेदी ने व्यासपीठ का पूजन किया। त्रिलोक नाथ द्विवेदी, वशिष्ट मुनि द्विवेदी, राजेंद्र द्विवेदी, आलोक द्विवेदी ने संयोजन किया। रामकृष्ण, नंदलाल, दिलीप, आनंद ने महाप्रसाद का वितरण किया।
बाल भोज में बच्चों ने ग्रहण किया प्रसाद
प्रतापगढ़ में सांगीपुर क्षेत्र के असांव गांव में सामूहिक सुंदरकांड पाठ का आयोजन हुआ। इसमें क्षेत्र के बच्चों ने भी सुंदरकांड का पाठ किया। सामूहिक सुंदरकांड पाठ की समाप्ति पर हवन पूजन के बाद बाल भोज का आयोजन हुआ। इसमें बच्चों के साथ युवाओं व क्षेत्र के लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। आयोजक पंकज त्रिपाठी ने बताया कि यह कार्यक्रम गांव में प्रतिवर्ष होता है। इस मौके पर शैलेंद्र तिवारी, सज्जन तिवारी, राज तिवारी, अंकुर, ऋषभ ओझा, अंश, अनुज, विपुल, अतुल ,अमृत लाल वर्मा मौजूद रहे।