घर का चिराग था युग, Pratapgarh में महिला ने किया इकलौते बेटे का कत्ल तो हर कोई रह गया स्तब्ध
पड़ोसियों की माने तो केशकुमारी भी परिवार के लोगों के साथ मिल जुल कर रहती थी। लेकिन लोग समझ नहीं पा रहे कि आखिरकार रविवार की रात अचानक ऐसा क्या हो गया कि केश कुमारी ने अपने कलेजे के टुकड़े को ही चाकू से रेतकर मौत की नींद सुला दिया।
प्रयागराज, जेएनएन। अपने दुलारे बेटे को चाकू मारकर मौत के घाट उतारने वाली महिला के प्रति हर शख्स के भीतर नाराजगी है। लोग यह जानकर हैरान हैं कि मां ने ही अपने इकलौते बेटे को मार डाला। उसकी इस हरकत ने पुलिस को भी सन्न कर दिया। परिवार और रिश्ते के लोग तो अब भी यकीन नहीं कर पा रहे हैं कि ऐसा हो गया।
हंसी-खुशी के बीच अचानक यह क्या हो गया
बैजनथवा वार्ड निवासी रामसुख वर्मा के चार बेटों में राकेश सबसे बडा था। राकेश की शादी पांच वर्ष अंतू क्षेत्र के ही पाराहमीदपुर निवासी केश कुमारी के साथ हुई थी। उसके तीन और बेटों सुरेश, बृजेश व सर्वेश का अभी विवाह नहीं हुआ है। राकेश का चार साल का बेटा युग था। राकेश ने नगर पंचायत अध्यक्ष अशोक गुप्ता से पत्नी केश कुमारी के नाम प्रधानमंत्री शहरी आवास आवंटित कराया था। आवास का इन दिनों निर्माण कार्य भी चल रहा है। चार भाइयों के बीच युग घर का इकलौता पुत्र था। परिवार के सभी लोग हंसी खुशी रहते थे।
आखिर हुआ क्या था रविवार की रात
पड़ोसियों की माने तो केशकुमारी भी परिवार के लोगों के साथ मिल जुल कर रहती थी। लेकिन लोग समझ नहीं पा रहे कि आखिरकार रविवार की रात अचानक ऐसा क्या हो गया कि केश कुमारी ने अपने कलेजे के टुकड़े को ही चाकू से रेतकर मौत की नींद सुला दिया। इस घटना को सुनकर हर कोई हतप्रभ है। घटना की जानकारी पर केशकुमारी के मायके के लोग भी आ गए। वहीं आसपास के लोग मां को ही कोस रहे हैं।
आखिरकार ससुर ने दी तहरीर
केशकुमारी ने पति व ससुराल के अन्य लोगों पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। रामसुख पहले तो लिखित शिकायत करने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन जब पुलिस ने उन्हें भी आरोपित बनाने की बात कही तो उन्होंने कत्ल की तहरीर दे दी। गम में डूबे रामसुख का कहना था कि एक तो घर में मासूम पौत्र की हत्या कर दी गई। अब उससे तहरीर लेकर उनके बेटे व पत्नी को जेल भिजवाया जा रहा है।