Narendra Giri Case तो क्या वह घटना भी एक साजिश थी, कार हादसे पर CBI की नजर
महंत नरेंद्र गिरि और हरि गिरि जुलाई माह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए लखनऊ जा रहे थे। दोनों काले रंग की कार में थे। सुबह करीब आठ बजे लखनऊ के अहमामऊ के करीब सामने से दूसरे वाहन ने उनकी कार में जोरदार टक्कर मार दी थी।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु की गुत्थी सुलझाने में जुटी सीबीआइ की टीम ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया। टीम ने अब लखनऊ में हुए हादसे को भी जांच का हिस्सा बनाया है। इसके तहत अब हादसे में क्षतिग्रस्त कार का टेक्निकल मुआयना कराने के साथ ही उस ड्राइवर से भी पूछताछ की जाएगी। ताकि उनकी मृत्यु से जुड़ी कुछ अहम जानकारी मिल सके। पिछले तकरीबन नौ दिन से सीबीआइ की टीम प्रयागराज में पहुंचने तक हरिद्वार भी जाकर जांच और पूछताछ कर चुकी है लेकिन भी नतीजा नहीं निकल सका है। ऐसे में सीबीआइ महंत नरेंद्र गिरि से जुड़े हर घटनाक्रम और वाकये को जांच में शामिल कर रही है।
मठ से जुड़े लोगों ने बताया हादसे के बारे में
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि सीबीआइ को आरोपितों और मठ से जुड़े कुछ अन्य लोगों ने पूछताछ के दौरान बताया है कि महंत नरेंद्र गिरि और हरि गिरि जुलाई माह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए लखनऊ जा रहे थे। दोनों काले रंग की एक ही कार में सवार थे। सुबह करीब आठ बजे लखनऊ के अहमामऊ के करीब सामने से आ रहे दूसरे वाहन ने उनकी कार में जोरदार टक्कर मार दी थी। इस घटना में महंत और हरि गिरि बाल-बाल बच गए थे, लेकिन उनकी कार क्षतिग्रस्त हो गई थी।
कहीं साजिशन तो नहीं मारी थी कार में टक्कर
नरेंद्र गिरि मृत्यु प्रकरण की जांच कर रही सीबीआइ की टीम अब उस घटना की पड़ताल करते हुए यह पता लगाएगी कि कहीं साजिश के तहत तो उनकी कार में टक्कर नहीं मारी गई थी। यह भी कहा जा रहा है कि सीबीआइ घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस और की गई कार्रवाई के बारे में छानबीन करेगी। कार का टेक्निकल मुआयना हुआ था तो उसकी रिपोर्ट में क्या आया है। कार कौन चला रहा था और किसकी गलती से यह हादसा हुआ था। ऐसे कई सवालों के जवाब टीम तलाश करेगी। ताकि वास्तविकता का पता चल सके।