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अब राह चलते मिलेगी ट्रैफिक की सूचना, 186 स्थानों पर लगेंगे सार्वजनिक उद्घोषणा सिस्टम Prayagraj News

शहर में 186 स्थानों पर सार्वजनिक उद्घोषणा सिस्टम लगाए जाएंगे। प्रमुख चौराहों पर सीसीटीवी के लिए पोल लगे हैं। 146 स्थानों पर इन पोलों पर साउंड सिस्टम लगाए जाएंगे।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 24 Dec 2019 04:15 PM (IST)Updated: Tue, 24 Dec 2019 04:15 PM (IST)
अब राह चलते मिलेगी ट्रैफिक की सूचना, 186 स्थानों पर लगेंगे सार्वजनिक उद्घोषणा सिस्टम Prayagraj News
अब राह चलते मिलेगी ट्रैफिक की सूचना, 186 स्थानों पर लगेंगे सार्वजनिक उद्घोषणा सिस्टम Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। किस चौराहे पर जाम मिलेगा? किस रूट पर वाहनों की गति कैसी है ? कहां प्रदर्शन हो रहा है? किस क्षेत्र में तनाव या बवाल की आशंका है? जैसी महत्वपूर्ण सूचनाएं लोगों को राह चलते मिल जाएंगी। इसके लिए स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत शहर में 186 स्थानों पर सार्वजनिक उद्घोषणा सिस्टम लगाने की तैयारी चल रही है। उम्मीद है कि एक महीने में टेंडर प्रक्रिया और छह महीने में यह काम पूरा करा लिया जाएगा।

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पुलिस-प्रशासन को अलग से मेहनत नहीं करनी पड़ेगी

पुलिस-प्रशासन को इसकी सूचना देने के लिए अलग से मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। संगम नगरी में साल में दो महीने तक माघ मेला लगता है। इसके अलावा अलग-अलग इलाकों में स्थानीय मेलों का आयोजन होता है। इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं। लोगों को छोटी-छोटी सूचनाएं और जानकारी देने के लिए साउंड सिस्टम लगाने पड़ते हैं। इस पर प्रत्येक वर्ष लाखों रुपये खर्च होते हैं। जब कहीं पर माहौल खराब होता है तो लोगों को शांति बनाए रखने के लिए संदेश देने में दिक्कत होती है। अब इसके लिए स्थाई सार्वजनिक सिस्टम लगाने की तैयारी है। शहर में 186 स्थानों पर सार्वजनिक उद्घोषणा सिस्टम लगाए जाएंगे। प्रमुख चौराहों पर सीसीटीवी के लिए पोल लगे हैं। 146 स्थानों पर इन पोलों पर साउंड सिस्टम लगाए जाएंगे। 40 स्थानों पर नए पोल में सिस्टम लगाए जाएंगे।

बोले नगर आयुक्त

नगर आयुक्त और स्मार्ट सिटी सीईओ रवि रंजन का कहना है कि एक महीने के भीतर सार्वजनिक उद्घोषणा सिस्टम लगाने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। छह महीने में काम पूरा होगा।

तार कटने पर भी बाधित नहीं होगी सेवा

यह पूरा सिस्टम इंट्रानेट से काम करेगा। अगर कहीं पर तार कट जाएगी तो भी सिस्टम काम करता रहेगा। इसके अलावा अगर कोई सूचना किसी विशेष क्षेत्र में देनी होगी तो उसे आसानी से दी जा सकेगी।

रेड सिगनल जंप करने वाले पकड़े जाएंगे

रेड सिगनल जंप करने वाले की दूसरे चौराहे पर कर्मी को तत्काल सूचना मिलेगी। नियम का उल्लंघन करने वाले पर कार्रवाई होगी। इस सिस्टम का संचालन कंट्रोल एंड कमांड सेंटर और कंट्रोल रूम से होगा।

इंटरनेट और इंट्रानेट कैसे करते हैं काम

इंटरनेट कम्प्युटरों का ग्लोबल नेटवर्क हैं जिसका सभी उपयोग करते हैं। इंट्रानेट का उपयोग केवल कंपनी विशेष से संबंधित कर्मी, सदस्य, डायरेक्टर आदि डाटा आदान-प्रदान के लिए करते हैं। बड़ी कंपनिया, संगठन अपने कार्यक्रम, नीतियां, ऑफर, समाचार पत्र आदि को प्रकाशित करने के लिए प्रयोग में लाती है जिनकी पहुंच कंपनी से जुडे हुए लोगों तक होती है और यह कार्य तेज और सुरक्षित होता है।


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