धूम्रपान करते हैं तो हो जाइए सावधान, ऐसे लोगों के फेफडे़ में कोरोना इंफेक्शन गहराने का खतरा ज्यादा
सिगरेट पीने वालों की जान जाने का खतरा अधिक रहता है। इन मरीजों को ऑक्सीजन की कमी की समस्या से भी जूझना पड़ सकता है। इससे फेफड़े में निकोटीन जमता है। फेफड़े की क्षति होती है जिससे खून का थक्का जमता है। बाद में जान जाने का खतरा रहता है।
प्रयागराज, जेएनएन। तंबाकू की वजह से फेफड़े, दिल और कैंसर की बीमारी हो सकती है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में यह कोरोना संक्रमण के खतरे को भी बढ़ाती है। यह जानकारी डॉ. आशीष टंडन ने दैनिक जागरण के फेसबुक लाइव कार्यक्रम में दी। उन्होंने बताया कि धूमपान करने वालों को कोरोना से तीन गुना अधिक नुकसान हो सकता है। रिकवरी रेट भी कम है।
स्मोकिंग करने वालों के फेफड़े हो जाते हैं कमजोर
सिगरेट पीने वालों की जान जाने का खतरा अधिक रहता है। इन मरीजों को ऑक्सीजन की कमी की समस्या से भी जूझना पड़ सकता है। वजह यह कि इससे फेफड़े में निकोटीन जमता है। फेफड़े को अधिक क्षति होती है जिससे खून का थक्का भी जमता है। बाद में जान जाने का खतरा रहता है। तंबाकू की वजह से सीओपीडी नाम की बीमारी भी प्राय: लोगों में होती है। चाहे तंबाकू खाई जाए, पी जाए या धुएं के रूप में प्रयोग किया जाए वह हर हाल में नुकसानदेय है। जब इसे खैनी के रूप में प्रयोग करते हैं तो मुंह, गले, गाल, जीभ व पेट का कैंसर होने की संभावना रहती है। तंबाकू लेने वाले प्राय: अपना भोजन पूरा नहीं कर पाते हैं। इसके कई साइड इफेक्ट होती हैं। यदि कोई तंबाकू छोडऩा चाहता है तो डॉक्टर के पास जाएं, वह पूरी मदद करेंगे।