Move to Jagran APP

रमजान मुबारक : आज दिखा चांद तो कल पहला रोजा, जानें क्या है तैयारी

मस्जिदों मदरसों और दरगाहों में तरावीह की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। बस इंतजार है तो चांद के दीदार का। अगर चांद की तस्दीक आज हुई तो कल पहला रोजा होगा वरना परसों।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sun, 05 May 2019 12:22 PM (IST)Updated: Sun, 05 May 2019 12:22 PM (IST)
रमजान मुबारक : आज दिखा चांद तो कल पहला रोजा, जानें क्या है तैयारी
रमजान मुबारक : आज दिखा चांद तो कल पहला रोजा, जानें क्या है तैयारी

प्रयागराज : रमजान मुबारक का महीना शुरू होने वाला है। रविवार को 29 का चांद दिख गया तो सोमवार को पहला रोजा रखने की तैयारी है। चांद दिखने के साथ ही मस्जिदों में तरावीह शुरू हो जाएगी। रविवार को चांद की तस्दीक न होने सोमवार को 30 का चांद माना जाएगा। ऐसे में मंगलवार को पहला रोजा रखा जाना लाजिमी है। शहर और देहात की सभी मस्जिदों में तरावीह के इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं। छतों और मस्जिदों के बाहर टेंट लगाए गए हैं। देर रात तक चलने वाली तरावीह के मद्देनजर मस्जिदों में कूलर, पंखे और पानी के इंतजाम किए गए हैं।

loksabha election banner

 रमजान को लेकर मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में उल्लास का माहौल

रमजान को लेकर मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में उल्लास का माहौल है। रमजान माह शुरू होने की तैयारियां पूरी कर ली गईं। मस्जिदों में साफ सफाई के अलावा अधिक नमाजियों के लिए इंतजाम किए गए। कहीं छतों पर टेंट लगे तो कहीं मस्जिदों के बाहर इंतजाम हुए। मुस्लिम इलाकों में रमजान मुबारक में सहरी और इफ्तार के वक्त के कैलेंडर भी बांटे गए। इलाहाबाद जंक्शन के गेट की मस्जिद के बाहर तरावीह का इंतजाम किया गया है। 

मस्जिदों में ईशा की नमाज के बाद तरावीह का वक्त मुकर्रर 

इसी प्रकार कंपनीबाग में तीन दिन की तरावीह के लिए बड़ा टेंट और कूलर लगाए गए हैं। जामा मस्जिद समेत अन्य मस्जिदों में ईशा की नमाज के बाद तरावीह का वक्त मुकर्रर किया गया है। करेली, रोशनबाग, नूरूल्ला रोड, दरियाबाद, बहादुरगंज, चकिया, रसूलपुर, अटाला समेत अन्य इलाकों में मस्जिदों के अलावा भी तीन और सात दिन की तरावीह अलग-अलग जगहों पर होगी। पुराने शहर के करीब एक दर्जन मैरिज हालों में भी तरावीह पढ़ाई जाएगी। तरावीह का दिन तीन से 29 दिन तक रखा गया है। मस्जिदों में दिन भर तिलावत के मद्देनजर कुरआन पाक और हदीस की किताबें काफी संख्या में रखवाई गई हैं। पुराने शहर के तमाम मदरसों में भी तरावीह पढ़ाई जाएगी। 

कहां कितने दिनों की तरावीह

-जामा मस्जिद चौक - 27 दिन 

-मस्जिद शाह वसी उल्लाह 27 दिन। 

-मुन्ना मस्जिद करेली- 15 दिन

-मक्का मस्जिद करेली - 5 दिन

-गौस मस्जिद करेली - 7 दिन

- मुस्तफा मस्जिद करेली- 7 दिन

-मस्जिदे हबीब (टूटी मस्जिद)- 11 दिन

-बड़ी मस्जिद रसूलपुर- 10 दिन

-निराला मस्जिद (नूरूल्ला रोड) - 21 दिन

-सिराजुल मदीना बैरियर (नूरूल्ला रोड)- 7 दिन

-दरगाह मुनव्वर शाह बाबा (हिम्मतगंज)- 3 दिन

-कंपनी गार्डेन (सिविल लाइंस)-3 दिन

-जामिया हबीबिया मीरापुर - 7 दिन। 

-स्टेशन वाली मस्जिद- 7 दिन। 

-कर्नलगंज की मस्जिद- 21 दिन। 

- मस्जिदे हाजरा कसारी-मसारी- 7 दिन। 

-अकबरपुर नूरी मस्जिद- 21 दिन। 

- दौलत हुसैन स्कूल- 3 दिन। 

- निहालपुर बड़ी मस्जिद- 8 दिन। 

- बिलाल मस्जिद गंगागंज- 21 दिन। 

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.