पाकिस्तान से आई सायरा के कैसे बन गए आधार और राशन कार्ड, कौशांबी के डीएम ने शुरू करा दी है जांच
पाकिस्तान से आने के बाद लांग टर्न वीजा पर कौशांबी के करारी में रह रही सायरा बेगम का राशन कार्ड और मतदाता परिचय पत्र तो निरस्त तो कर दिया गया है लेकिन अब इन्हें जारी करने वाले अफसर व कर्मचारियों पर भी कार्रवाई तय है।
प्रयागराज, जेएनएन। पाकिस्तान से आने के बाद लांग टर्न वीजा पर कौशांबी के करारी में रह रही सायरा बेगम का राशन कार्ड और मतदाता परिचय पत्र तो निरस्त तो कर दिया गया है, लेकिन अब इन्हें जारी करने वाले अफसर व कर्मचारियों पर भी कार्रवाई तय है। जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह ने गुरुवार को संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को नोटिस जारी करने का निर्देश देते हुुए जांच शुरू करा दी है।
जिम्मेदारों को नोटिस देने की कवायद शुरू
करारी थाना क्षेत्र में पचंभा गांव की मूल निवासी सायरा वर्ष 1987 में लाहौर निवासी रिश्तेदार के घर गई थी। वहीं उसका निकाह हुआ। शौहर से अनबन के कारण साल भर में ही तलाक होने पर सायरा लांग टर्म वीजा लेकर लौट आई और मायके में रहने लगी। कुछ समय बाद परिवार के लोगों ने उसका दूसरा निकाह चक हिंगुई गांव में करा दिया। फिर सायरा ने शौहर की आइडी के आधार पर अपना मतदाता पहचान पत्र, राशन कार्ड, आधार कार्ड बनवा लिया। खुफिया विंग की गोपनीय जांच में यह बात सामने आई तो राशनकार्ड व मतदाता पहचान पत्र निरस्त करा दिया गया। आधार कार्ड निरस्तीकरण की प्रक्रिया लंबित है। पूरे प्रकरण में प्रशासनिक अफसर कटघरे में हैं। सायरा ने तो जरूरतों के मद्देनजर प्रमाण पत्र बनवाया, लेकिन इसे जारी करने वाले अधिकारियों ने पड़ताल क्यों नहीं की, यह बड़ा सवाल है। सायरा बेगम की नागरिकता का मसला कैसे सुलझेगा, यह भी उत्सुकता भरा है।
जिलाधिकारी का यह है कहना
तथ्य छिपाकर आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और राशन कार्ड प्राप्त करना गलत है। प्रकरण की जांच कराई जा रही है। संबंधित अधिकारियों से जवाब भी मांगा जाएगा। दोषी मिले तो कार्रवाई भी होगी।
अमित कुमार सिंह, जिलाधिकारी