Prayagraj News: त्रिवेणीपुरम रेलवे पुल से नहीं हटा हाइटेंशन केबल, फाइलों में अटका प्रोजेक्ट
आरवीएनएल के डीजीएम जागेंद्र लोहिया बोले कि 11 केवी और 33 केवी का तार पुल के उपर से गुजरा है उसे न हटाए जाने के कारण चार दिन से कार्य ठप है। हमने 1053 मीटर अंडरग्राउंड केबल बिछा दी है। 24 लाख रुपये चुकता कर दिए हैं।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज शहर में झूंसी के त्रिवेणीपुरम् स्थित रेलवे के पुल नंबर 108 से गुजरी हाइटेंशन केबल से किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है। आरवीएनएल (रेल विकास निगम लिमिटेड) पुल को ध्वस्त करने जा रहा है, लेकिन अभी तक पुल से गुजरी केबल हटाई नहीं जा सकी है। पुल पर केबल की स्थिति भी ऐसी है कि यहां से गुजरने वाले वाहनों के इससे टकराकर किसी दिन दुर्घटना हो सकती है।
दो विभागों की खींचतान : आश्चर्य की बात है कि पुल के नीचे से अंडरग्राउंड केबल बिछा दी गई है। अब केवल उसमें कनेक्शन जोड़ने की प्रक्रिया ही बाकी है। यह पुल प्रयागराज वाराणसी दोहरी रेलवे लाइन का हिस्सा है। वंदे भारत ट्रेन को 160 की स्पीड से चलाने के लिए दोहरी लाइन का कार्य रामनाथपुर तक पूरा हो चुका है। अब झूंसी तक इसे पूरा करने में पुल को ध्वस्त किया जाना है। इसके बगल नया पुल भी बनाया जा रहा है। हालांकि कार्यालयों में भटक रही फाइल, स्टीमेट का बकाया और दो विभागों की खींचतान में रेलवे के मिशन रफ्तार पर ब्रेक लग गई है।
क्या कहते हैं आरवीएनएल के डीजीएम : आरवीएनएल के डीजीएम जागेंद्र लोहिया बोले कि 11 केवी और 33 केवी का तार पुल के उपर से गुजरा है उसे न हटाए जाने के कारण चार दिन से कार्य ठप है। हमने 1053 मीटर अंडरग्राउंड केबल बिछा दी है। 24 लाख रुपये चुकता कर दिए हैं।
बोले बिजली विभाग के अधिकारी : पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधिशासी अभियंता सुनील यादव ने कहा कि पूर्व में जो इस्टीमेट बना हुआ है उसका पूरा पैसा नहीं जमा है। पैसा जमा होने के बाद केबल को हटाया सकता है।