High Court: ताजमहल में जगदगुरू परमहंस आचार्य पीठाधीश्वर को प्रवेश मामले की नहीं हो सकी सुनवाई
याची जगद्गुरु परमहंस महामंडलेश्वर आचार्य पीठाधीश्वर रामघाट अयोध्या व पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर शंकराचार्य संस्थान दशनाम गोस्वामी अखाड़ा श्री महेश्वर धाम वृंदावन मथुरा का कहना है कि वे आगरा प्रवास के दौरान ताजमहल देखने गये। उन्हें धर्मदंड व भगवा वस्त्र के साथ प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई।
प्रयागराज, विधि संवाददाता। धर्मदंड व भगवा वस्त्र धारण कर आगरा के ताजमहल में प्रवेश की अनुमति की मांग करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल जगद्गुरु परमहंस की याचिका की सुनवाई नहीं हो सकी। विपक्षी अधिवक्ताओं को सूचना न होने और समय की कमी के चलते सुनवाई नहीं हो सकी।
आगरा प्रवास के दौरान गए थे ताजमहल जहां रोका गया
याचिका न्यायमूर्ति ए आर मसूदी तथा न्यायमूर्ति विक्रम डी चौहान की खंडपीठ के समक्ष लगी थी। याची अधिवक्ता अभिषेक तिवारी ने टर्म से पहले सुनवाई का अनुरोध किया था। याची जगद्गुरु परमहंस महामंडलेश्वर, आचार्य पीठाधीश्वर ,रामघाट, अयोध्या व पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर शंकराचार्य संस्थान, दशनाम गोस्वामी अखाड़ा श्री महेश्वर धाम वृंदावन, मथुरा का कहना है कि वे आगरा प्रवास के दौरान ताजमहल देखने गये।
धर्मदंड व भगवा वस्त्र धारण कर ताजमहल देखने की मांगी है अनुमति
उन्हें धर्मदंड व भगवा वस्त्र के साथ प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई। 3मई 2022 को प्रत्यावेदन दिया गया है लेकिन अनुमति नहीं दी जा रही है। उन्हें हाउस अरेस्ट रखा गया इसलिए हाईकोर्ट में अपने अधिकारों के संरक्षण के लिए याचिका दायर की गई है। याचिका में याचियों को अपने शिष्यों के साथ प्रवेश की अनुमति देने की मांग की गई है। याची का कहना है कि पिछले दिनों पुलिस का उनके साथ किया गया बर्ताव अखबारों में भी छपा है।
उल्लेखनीय है कि ताजमहल को लेकर विवाद बना हुआ है। ताजमहल को लेकर कई तरह के दावे पिछले दिनों किए गए हैं। जयपुर की रानी ने भी पिछले दिनों ताजमहल पर अपना दावा ठोंका था। दावा यह भी किया जा चुका है कि ताजमहल असल में शिव मंदिर है। अब यह नया मामला सुर्खियों में बना हुआ है।