दारागंज के हनुमान दल और मधवापुर बैरहना में रामदल ने मन मोह लिया Prayagraj News
शारदीय नवरात्र पर प्रयागराज में दशहरा मेले का ऐतिहासिक महत्व है। यहां दूर-दूर से लोग आकर नित नए मोहल्लों से निकलने वाले रामदल की शोभा देखने हैं। आकर्षक चौकियां मन मोह लेती हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। शारदीय नवरात्र में प्रयागराज में नित नए मोहल्लों में रामदल और हनुमान दल निकालने की प्राचीन परंपरा रही है। इसी क्रम में सप्तमी यानी शनिवार की रात में श्री दारागंज रामलीला कमेटी की ओर से ऐतिहासिक हनुमान दल पारंपरिक अंदाज में निकाला। वहीं मधवापुर बैरहना में रामदल की शोभा देखने के लिए देर रात तक सड़कों पर भीड़ उमड़ पड़ी।
दारागंज के दल में कलात्मक चौकियों ने लोगों को प्रभावित किया
दारागंज के हनुमान दल परंपरागत ढंग से निकला। पं. सत्यनारायण पाठक के आवास पर भगवान की आरती और पूजन में गणमान्य लोग शामिल हुए। हाथी घोड़ा, ध्वज पताका और बैंड बाजों के साथ दल की शुरुआत हुई तो दारागंज की छटा ही निराली हो उठी। करीब 11 फिट ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा आशीर्वाद की मुद्रा में थी तो उनके पीछे गणेशजी की सवारी थीे। फिर कलात्मक चौकियां भी निकलीं।
मां काली नृत्य के प्रदर्शन में शामिल चारों पात्र हुए सम्मानित
बख्शी त्रिमुहानी से उठकर यह दल बड़ी कोठी मध्य दारागंज स्थित धकाधक चौराहे पर पहुंचा। इससे पहले प्रयागराज सेवा समिति और दारागंज रामलीला कमेटी की ओर से पांच दिवसीय मां काली नृत्य के प्रदर्शन में शामिल चारों पात्र रामजी पांडेय, संजय मिश्रा, अखिल पांडेय और सचिन शुक्ला का नागरिक अभिनंदन किया गया। इन्हें प्रयागराज सेवा समिति के अध्यक्ष धर्मराज पांडेय महिला मोर्चा की अध्यक्ष अनुपमा पांडेय ने सम्मान दिया। देर रात हनुमान दल भगवान बेनी माधव मंदिर निराला चौराहा होते हुए फोर्ट रोड चौराहा पहुंचा। वापसी में जीटी रोड, मीरा गली से डा. प्रभात शास्त्री मार्ग पर समाप्त हुआ। इस दौरान रोशनी की भव्य सजावट रही। दल की अगुवाई संरक्षक मधु चकहा, ध्रुव नारायण शुक्ला, किशन चौरसिया, अध्यक्ष कुल्लू यादव, महामंत्री जीतेंद्र गौड़ सहित अन्य लोगों ने किया।