Weather update in Prayagraj : फिर आंधी-बारिश और ओलावृष्टि, उड़े टीन शेड गुल हुई बिजली Prayagraj News
कोरांव तहसील में शुक्रवार की सुबह आसमान में झमाझम बारिश हुई। ओले भी गिरे। वहीं नारीबारी इलाके में भी तेज रफ्तार आंधी के साथ बरसात एवं ओला वृष्टि से जनजीवन प्रभावित रहा।
प्रयागराज, जेएनएन। मौसम के उतार और चढ़ाव ने लोगों को परेशान कर रखा है। कभी तेज धूप तो कभी अचानक आसमान में बादल छा जाते हैं। एक बार फिर शुक्रवार की सुबह मौसम ने पलटी मारी। शहर में तो तेज हवा के साथ बारिश हुई लेकिन यमुनापार में मौसम रंग में रहा। आंधी और झमाझम बारिश के साथ ही कई इलाकों में ओलावृष्टि भी हुई। आंधी से बिजली के तार और पोल भी गिर गए, जिससे कई गांवों की बिजली भी गुल हो गई। वहीं आंधी में टीन शेड और कच्चे घरों के छप्पर भी उड़ गए।
कोरांव, नारीबारी और लेडि़यानी क्षेत्रों में आंधी से नुकसान
कोरांव तहसील में शुक्रवार की सुबह आसमान में छाए बादलों ने झमाझम बारिश की। इसके साथ ही ओले भी गिरे। वहीं नारीबारी इलाके में भी तेज रफ्तार आंधी के साथ बरसात एवं ओला वृष्टि से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। इन इलाकों में टीन, छप्पर उड़ गए। वहीं बिजली के पोल और तार के साथ कुछ इलाकों में पेड़ों की डाल भी गिरी। इससे बिजली व्यवस्था भी प्रभावित हो गई है। आंधी के कारण कई लोग बेघर हो गए हैं तो उनके घरों का सामान भी नष्ट हो गया है। कोरांव के खंड विकास कार्यालय में बिजली का पोल और पेड़ गिरा है। इसी क्रम में लेड़ियारी में भी आंधी-बारिश के कारण पेड़ की डालें और बिजली का खंभा गिरने से बिजली आपूर्ति बाधित हुई।
पिछले दिनों भी आंधी, बारिश व ओलावृष्टि हुई थी
पिछले कुछ दिनों के अंतराल पर कई बार शहर के साथ ही ग्रामीण अंचल में आंधी और बारिश हुई थी। यमुनापार के ग्रामीण इलाकों में तो ओले भी गिरे थे। हालांकि खराब मौसम के बाद जब आसमान साफ हुआ तो तेज धूप भी निकलती है। मौसम का रुख लगातार बदल रहा है, जिससे लोग हैरान और परेशान हैं।
आंधी के कारण पिछले दिनों भी बिजली का था संकट
आंधी के कारण पिछले दिनों भी शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था लडख़ड़ा गई थी। बिजली-पानी का संकट खड़ा हो गया। विद्युत आपूर्ति ठप होने से जलापूर्ति प्रभावित रही। कई मोहल्लों में नलकूप न चलने से लॉकडाउन में लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ा था। व्यवस्था किसी प्रकार बहाल हुई तो फिर शुक्रवार को आंधी और बारिश ने आपूर्ति को फिर अव्यवस्थित कर दिया।