Move to Jagran APP

वाणिज्य कर विभाग ने 400 व्यापारियों का जीएसटी नंबर कैंसिल किया

नियमित टैक्स व रिटर्न दाखिल न दाखिल करने वाले व्यापारियों के विरुद्ध वाणिज्य कर विभाग ने सख्‍ती की है। विभागीय अधिकारियों ने उनका जीएसटी नंबर कैंसिल कर दिया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Thu, 17 Jan 2019 08:16 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 06:30 AM (IST)
वाणिज्य कर विभाग ने 400 व्यापारियों का जीएसटी नंबर कैंसिल किया
वाणिज्य कर विभाग ने 400 व्यापारियों का जीएसटी नंबर कैंसिल किया

प्रयागराज : पड़ोसी जनपद प्रतापगढ़ में नियमित टैक्स व रिटर्न दाखिल न करने वाले व्यापारियों के विरुद्ध वाणिज्य कर विभाग ने सख्त कदम उठाया है। सूचीबद्ध करते हुए ऐसे 400 व्यापारियों का जीएसटी नंबर कैंसिल कर दिया है। विभाग की इस कार्रवाई से टैक्स व रिटर्न दाखिल करने में लापरवाही बरतने वाले व्यापारियों में खलबली मची हुई है।

loksabha election banner

जिले में 6500 व्यापारी पंजीकृत

जिले में 6500 पंजीकृत व्यापारी हैं। इसमें से हजारों ऐसे व्यापारी हैं जो टैक्स नियमित रूप से नहीं जमा करते। विभाग ने व्यापारियों को इस संबंध में चेतावनी दी थी लेकिन इसके बाद भी उन्होंने नियमित रूप से टैक्स नहीं जमा किया। पहली किश्त में अफसरों ने 400 व्यापारियों के विरुद्ध कार्रवाई की है।

और व्यापारियों पर भी होगी कार्रवाई

प्रतापगढ़ के असिस्टेंट कमिश्नर वाणिज्य कर मनोज कुमार मिश्रा ने बताया कि आगे भी इस तरह की लापरवाही बरतने वाले व्यापारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

व्यापार करने पर होगी कार्रवाई

जिन व्यापारियों ने नियमित रूप से टैक्स व रिटर्न दाखिल नहीं किया है, उनपर सख्ती और बढ़ाई जाएगी। वाणिज्य कर विभाग की कार्रवाई के बाद भी अगर ऐसे व्यापारी दुकान खोलकर व्यापार करते पाए गए तो सचल दल व विभागीय अफसर उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए अर्थदंड वसूलेंगे। साथ ही दुकान भी सीज किया जा सकता है।

कारोबारियों ने प्रदर्शन किया

खाद और बीज कारोबारियों ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के पदाधिकारियों के साथ कौशांबी के डीएम कार्यालय में प्रदर्शन किया। कृषि अधिकारी के खिलाफ वसूली व परेशान करने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की। कारोबारी शंकरलाल, संजय कुमार, प्रदीप कुमार, संतोष कुमार, शरद, भैयालाल, राम बाबू, पीयूष आदि ने डीएम को शिकायती देकर बताया कि कृषि अधिकारी जांच के नाम पर उनकी दुकानों पर आकर अवैध वसूली के लिए दबाव बनाते हैं। ऐसा न करने वालों के साथ लिपिक अभद्र व्यवहार करते हैं। कारोबारियों ने जांच कर कार्रवाई की मांग की है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.