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प्रतापगढ़ स्‍टेशन से एक हजार प्रजाति के कछुओं संग सात गिरफ्तार Prayagraj News

मालदा एक्‍सप्रेस से कछुओं की तस्‍करी हो रही थी। प्रतापगढ़ रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में कछुओं को जीआरपी ने कछुओं को जब्‍त किया। वहीं पकड़े गए सात लोगों से पूछताछ की जा रही है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 01 Nov 2019 01:15 PM (IST)Updated: Fri, 01 Nov 2019 06:29 PM (IST)
प्रतापगढ़ स्‍टेशन से एक हजार प्रजाति के कछुओं संग सात गिरफ्तार Prayagraj News
प्रतापगढ़ स्‍टेशन से एक हजार प्रजाति के कछुओं संग सात गिरफ्तार Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ रेलवे स्‍टेशन पर जीआरपी ने काफी संख्‍या में कछुए पकड़े। इन कछुओं को तस्‍करी कर मालदा एक्‍सप्रेस ट्रेन से ले जाया जा रहा था। रेलवे स्टेशन पर एक दर्जन बैग में लगभग एक हजार विभिन्न प्रजाति के कछुए बरामद किए गए हैं। पांच महिलाओं सहित सात लोगों को जीआरपी ने हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।

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बैगों में भरकर हो रही थी कछुओं की तस्‍करी

नई दिल्ली से पश्चिम बंगाल के मालदा टाउन जा रही मालदा टाउन एक्सप्रेस ट्रेन शुक्रवार की सुबह प्रतापगढ़ रेलवे स्‍टेशन पर आकर रुकी। इस बीच जीआरपी को सूचना मिली कि इस ट्रेन में तस्‍करी कर भारी मात्रा में कछुआ ले जाया जा रहा है। इस पर जीआरपी ने ट्रेन रुकते ही सभी बोगी की तलााशी लेने लगी। एक बोगी में करीब एक दर्जन बड़े बैग लेकर जा रहे लोगों पर जीआरपी को शक हुआ। बैग खोल कर देखा गया तो उसमें एक हजार से अधिक विभिन्न प्रजातियों के कछुए बरामद हुए। कछुए लेकर जा रहीं पांच महिलाओं समेत सात लोगों को जीआरपी ने हिरासत में ले लिया।

थाने में जीआरपी पकड़े गए लोगों से कर रही पूछताछ

कछुए की तस्‍करी के संबंध में पकड़े गए सातों लोगों को जीआरपी थाने लाया गया। उनसे पूछताछ की जा रही है। जीआरपी यह जानने का प्रयास कर रही है कि कछुओं की तस्‍करी में कहां का गिरोह सक्रिय है। इस धंधे में कौन-कौन गिरोह के सदस्‍य हैं। इसका पता लगाने के लिए जीआरपी आरोपितों से उगलवाने का प्रयास कर रही है। बता दें कि उत्तर से लेकर पश्चिम तक कछुओं की तस्करों का साम्राज्य फैला हुआ है। तस्‍कर विभिन्‍न ट्रेनों और अन्‍य यातायात के माध्‍यमों से कछुओं की तस्‍करी करते हैं। इस धंधे में अधिकांश ऐसे लोगों को तस्‍कर फंसाकर उनसे तस्‍करी कराते हैं जो गरीब हों। क्‍योंकि वह कम पैसों में ऐसा करने के लिए राजी हो जाते हैं। वहीं पकड़े जाने पर उन्‍हीं के मत्‍थे आरोप साबित हो जाता है।


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