रिमझिम बारिश से किसानों के चेहरे पर छाई हरियाली
शनिवार की सुबह से हुई बारिश ने किसानों के चेहरे पर खुशी ला दी। वहीं जगह-जगह जलभराव की वजह से लोगों को परेशानी हुई। बिजली भी गुल रही और पेयजल का भी संकट रहा।
इलाहाबाद : आसमान में शुक्रवार को दिन से ही छाए काले बादल देर रात झूमकर बरसे। सोरांव में लगातार छह घंटे तक हुई बारिश से किसानों के मुरझाए चेहरे पर फिर से हरियाली छा गई। इस बारिश के बाद नहर में पानी आने के इंतजार में बैठे किसानों ने धान की रोपाई शुरू कर दी।
किसानों ने बताया कि खेतों में पानी न पहुंचने के कारण दरारें पड़ने लगीं थीं। शुक्रवार देर रात से शुरू हुई बारिश से शनिवार सुबह तक खेतों में पानी लबालब हो गया। तिलई बाजार प्रतिनिधि के अनुसार भारी उमस, भीषण गर्मी और सूख रही फसलों के लिए शुक्रवार की रात कई घंटे हुई बारिश रहमत बन कर आई। शनिवार सुबह किसानों में खुशी दिखी। किसानों ने कहा यह बारिश नही फसलों के लिए सोना है। जुलाई माह के आखरी पड़ाव पर पहुंचने के बावजूद क्षेत्र में बरसात न होने से किसानों के चेहरे पर शिकन साफ देखने को मिल रही थी। बरसात के लिए कहीं हवन-पूजन तो कहीं नमाज पढ़ा जा रहा था। यही नहीं, इमाम-ए-कस्बा मुफ्ती हबीबुर्रहमान के जानिब से शनिवार को सुबह ईदगाह में सामूहिक दुआ के आयोजन का ऐलान किया गया था। हालांकि, इससे पहले ही बारिश शुरू हो गई। लगातार छह घंटे हुई बरसात से समूचा कस्बा जलमग्न हो गया।
---------------------
बारिश से बेपटरी हुई विद्युत आपूर्ति
शुक्रवार रात हुई बारिश के चलते आए फाल्ट से क्षेत्र की विद्युत आपूíत ठप हो गई। इससे उपभोक्ताओं को काफी परेशानी हो रही है। कौडि़हार विद्युत उपकेंद्र से जुड़े दर्जनों गांव में शुक्रवार को बिजली नहीं रही। उमस भरी गर्मी में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। पेयजल की आपूíत भी ठप रही। इसी तरह क्षेत्र के करीमुद्दीनपुर, कुरेशर, ककरा, खिदिरपुर, मुबारकपुर, सरायजयराम, भिखनापुर, उडगी, बुदौना, मूसेपुर, घरवनपुर, चफरी, मलिकपुर, टिकरी, जगदीशपुर चांधन, उधौपुर समेत दर्जनों गांव में इस समय पांच घंटे से ज्यादा बिजली नहीं मिल पा रही है। क्षेत्रीय उपभोक्ताओं ने विभागीय अधिकारियों और जिला प्रशासन से कौड़िहार इलाके की विद्युत आपूíत दुरुस्त कराने की मांग की है।
-----------------
सड़क चौड़ीकरण से भरा पानी, कच्चा घर ढहा
होलागढ़ विकास खंड के जाजापुर गांव के सामने सड़क चौड़ीकरण के दौरान किनारे बनी नालियों को तोड़ दिया गया। इससे घरों के आसपास पानी भर गया। इसके कारण शुक्रवार रात गांव के बुधराम का कच्चा मकान ढह गया। मलबे मे दबकर गृहस्थी का सामान खराब हो गया।