Move to Jagran APP

सरकारी महकमे दबाए बैठे हैं बिजली विभाग के 12 करोड़

हाल में ऐसे बकाएदारों के खिलाफ अभियान चलाकर विभाग ने 2362 उपभोक्ताओं से 12.83 करोड़ रुपये वसूली भी की। 162 उपभोक्ताओं के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Dec 2018 01:32 PM (IST)Updated: Fri, 14 Dec 2018 01:32 PM (IST)
सरकारी महकमे दबाए बैठे हैं बिजली विभाग के 12 करोड़
सरकारी महकमे दबाए बैठे हैं बिजली विभाग के 12 करोड़

प्रयागराज : जनपद के शहरी क्षेत्र में प्रति यूनिट राजस्व वसूली दर सूबे में सबसे कम यूं ही नहीं है। दरअसल, 33 हजार से ज्यादा बकाएदार विद्युत विभाग का लगभग दो अरब रुपये दबाए बैठे हैं। इसमें दर्जनभर सरकारी विभाग और अस्पतालों पर ही करीब 12 करोड़ रुपये बकाया है। ये विभाग और अस्पताल विद्युत विभाग के शीर्ष बकाएदारों में शामिल हैं।

loksabha election banner

शहरी क्षेत्र के सात खंडों में 10 हजार से ज्यादा के 35582 बकाएदार चिह्नित किए। इन पर करीब 2.84 अरब का बकाया निकला। इसमें नगरीय प्रथम के तहत आने वाले रामबाग खंड में 5011 उपभोक्ताओं पर 22.28 करोड़, नैनी में 6382 पर 32.74 करोड़, कल्याणी देवी में 4117 पर 33.47 करोड़ और करेलाबाग में 3463 पर 19.45 करोड़ बकाया है। नगरीय द्वितीय के तहत आने वाले बमरौली खंड में 6075 उपभोक्ताओं पर 31.60 करोड़, म्योहाल में 2622 पर 14.85 करोड़ और टैगोर टाउन में 79.12 पर 32 करोड़ रुपये से ज्यादा बकाया निकला।

हालांकि, हाल में ऐसे बकाएदारों के खिलाफ अभियान चलाकर विभाग ने 2362 उपभोक्ताओं से 12.83 करोड़ रुपये वसूली भी की। 162 उपभोक्ताओं के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई। फिर भी वसूली की रफ्तार बहुत धीमी है। यही वजह है कि दो दिन पहले निदेशक तकनीक ने अफसरों को चेतावनी दी थी। मुख्य अभियंता महेश चंद्र शर्मा खुद मानते हैं कि प्रति यूनिट राजस्व वसूली दर कम से कम साढ़े पांच रुपये होनी चाहिए, लेकिन यहां चार रुपये के लगभग है। बड़े बकाएदारों के नाम (लगभग में) - विलियम हॉलैंड हॉल-5 करोड़

- पुलिस लाइन-2.14 करोड़

- बेली हॉस्पिटल-1 करोड़

- भारद्वाज पार्क- 52 लाख

- कलेक्ट्रेट-50 लाख

- पीडब्ल्यूडी- 50 लाख

- टीबी सप्रू अस्पताल-32 लाख

- चिल्ड्रेन अस्पताल- 18 लाख

- पराग डेयरी- 18 लाख

- थाना धूमनगंज- 15 लाख

- पूरामुफ्ती -09 लाख


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.