Assistant Teacher Recruitment : दूसरी भर्ती में गिरोह के फर्जीवाड़ा की होगी जांच Prayagraj News
रेलवे की चतुर्थ श्रेणी भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में केएल पटेल और संतोष बिंद के खिलाफ शिवकुटी थाने में एसटीएफ ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
प्रयागराज,जेएनएन। प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती के अलावा गिरोह ने और कौन सी भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा किया था, इसका भी पता लगाया जा रहा है। स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने अब दूसरी भर्ती परीक्षाओं में डॉ. केएल पटेल और गिरोह के दूसरे सदस्यों की भूमिका की तफ्तीश शुरू कर दी है। साथ ही मामले में फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी पर जोर देते हुए अन्य लोगों की कुंडली खंगाली जा रही है।
रेलवे की चतुर्थ श्रेणी भर्ती परीक्षा में फर्जीवाडा के मामले में दर्ज है मुकदमा
रेलवे की चतुर्थ श्रेणी भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में केएल पटेल और संतोष बिंद के खिलाफ शिवकुटी थाने में एसटीएफ ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सिविल लाइंस में दर्ज टीईटी का पेपर आउट कराने के मामले में भी केएल पटेल का करीबी स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव गिरफ्तार हुआ था। वहीं, पुलिस की पूछताछ में संतोष बिंद ने भी स्वीकार किया है कि केएल पटेल ने उसे लेखपाल की नौकरी दिलवाई थी। इस आधार पर एसटीएफ के अधिकारी यह मानकर चल रहे हैं कि सरगना और उसके गैंग के सदस्यों ने कई अन्य भर्ती परीक्षाओं में भी फर्जीवाड़ा किया होगा। एसटीएफ के पास ऐसी कई अनाम शिकायतें भी आईं, जिसमें दूसरी परीक्षाओं में फर्जीवाड़े के आरोप केएल पटेल पर लगाए गए हैैं। उनकी तस्दीक चल रही है। अगर कनेक्शन सामने आता है तो उसकी भी जांच की जाएगी। फिलहाल, नामजद आरोपित मायापति दुबे और वांछित दुर्गेश समेत अन्य की गिरफ्तारी के लिए उनके मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की जा रही है।
केस डायरी का हो रहा अध्ययन
सोरांव थाने में दर्ज एफआइआर और पुलिस की केस डायरी का अध्ययन शुक्रवार को एसटीएफ ने किया। कहा जा रहा है कि अभियुक्तों ने अपने बयान में जिन लोगों का नाम लिया था, उनका भी नाम विवेचना के दौरान प्रकाश में लाते हुए आरोपितों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
ग्राम प्रधान भी कई नेताओं के संपर्क में था
फर्जीवाड़ा मामले में जेल गया ग्राम प्रधान रुद्रपति दुबे उर्फ श्रवण पटेल भी कई नेताओं के संपर्क में था और उनके साथ उठता-बैठता था। रुद्रपति का भाई मायापति भी मास्टरमाइंड है। कहा जा रहा है कि फर्जीवाड़ा करके मायापति ने इंटरलॉकिंग ईंट की फैक्ट्री खोली है और लग्जरी गाडिय़ां खरीदी हैं। इस सच्चाई का भी एसटीएफ पता लगा रही है।