Move to Jagran APP

Ganga-Yamuna Flood Alert: प्रयागराज में लगातार बढ़ रहा गंगा-यमुना का जलस्तर, एनडीआरएफ सतर्क

Ganga-Yamuna Flood Alert बाढ़ एवं अत्यधिक बारिश से उत्पन्न हालात में राहत कार्य के लिए नगर निगम प्रशासन ने बाढ़ कंट्रोल रूम की स्थापना की है। कंट्रोल रूम का नंबर 0532-2427204 0532-2427206 वाट्सएप नंबर 8303701317 है। निगरानी की जिम्मेदारी गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के महाप्रबंधक एमसी श्रीवास्तव आदि पर है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 04:54 PM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 08:15 PM (IST)
Ganga-Yamuna Flood Alert: प्रयागराज में लगातार बढ़ रहा गंगा-यमुना का जलस्तर, एनडीआरएफ सतर्क
गंगा और यमुना नदियों के लगातार बढ़ते जलस्‍तर से प्रयागराज में बाढ़ की आशंका उत्‍पन्‍न हो गई है।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज में बाढ़ की आशंका उत्‍पन्‍न होने लगी है। ऐसा इसलिए कि गंगा और यमुना का जलस्तर यहां लगातार बढ़ रहा है। 10 सेंटीमीटर प्रति घंटे की स्‍पीड से दोनों नदियों में पानी बढ़ रहा है। इसे देखते हुए बाढ़ की आशंका के तहत जिला प्रशासन ने बचाव के लिए कसर कस लिया है। संभावित बाढ़ प्रभावित इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है। वहीं दो दिनों से जमकर बारिश भी हो रही है। बाढ़ एवं अत्यधिक बारिश से उत्पन्न हालात में राहत कार्य के लिए नगर निगम प्रशासन ने बाढ़ कंट्रोल रूम की स्थापना किया है।

prime article banner

पहाड़ों पर बारिश से गंगा-यमुना में उफान

पहाड़ पर हो रही बारिश के चलते हफ्ते भर से गंगा और यमुना उफान पर है। दोनों नदियों के संगम पर जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार को बाढ़ की गति कुछ धीमी हुई थी। जबकि शनिवार को फिर उसमें तेजी आई है। दिनभर 10 सेंटीमीटर प्रति घंटे की गति से गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ा है। चार-चार घंटे में केंद्रीय जल आयोग की टीम ने गंगा और यमुना का जलस्तर नाप रही है। शनिवार की रात आठ बजे फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 79.08 मीटर, छतनाग में 77.15 मीटर और नैनी में 77.78 मीटर दर्ज किया गया है। नैनी में कल की अपेक्षा जलस्तर में करीब डेढ़ मीटर की बढ़ोतरी हुई है। पानी बढऩे से घाट किनारे के लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है।

जल पुलिस व एनडीआरएफ टीम कर रही निगरानी

घाट पर जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीम लगातार निगरानी कर रही है। गंगा स्नान करने आ रहे लोगों को गहरे पानी में जाने से रोका जा रहा है। गंगा में नरौरा, हरिद्वार और कानपुर बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। दूसरी ओर यमुना में मध्य प्रदेश की नदियों से पानी आ रहा है। निगरानी कर रही टीम ने बताया कि यमुना में पानी तेजी से बढ़ा है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव के इंतजाम शुरू कर दिए है। डीएम संजय कुमार खत्री ने सभी एसडीएम और तहसीलदार को निगरानी करने के निर्देश दिया। साथ ही कहा कि बचाव की टीम हर समय एलर्ट मोड में रहेगी।

बाढ़ कंट्रोल रूम स्थापित, टीम गठित

बाढ़ एवं अत्यधिक बारिश से उत्पन्न हालात में राहत कार्य के लिए नगर निगम प्रशासन ने बाढ़ कंट्रोल रूम की स्थापना की है। कंट्रोल रूम का नंबर 0532-2427204, 0532-2427206 एवं वाट्सएप नंबर 8303701317 है। निगरानी की जिम्मेदारी गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के महाप्रबंधक एमसी श्रीवास्तव, जलकल विभाग के महाप्रबंधक हरिश्चंद्र बाल्मीकि, उप नगर आयुक्त मयंक यादव, पर्यावरण अभियंता उत्तम कुमार वर्मा, सहायक नगर आयुक्त अविनाश प्रताप सिंह, अधिशासी अभियंता पुरुषोत्तम कुमार, जोनल अधिकारी रविंद्र कुमार सिंह,  संजय ममगई, सत्य प्रकाश सिंह, गौरव रंजन श्रीवास्तव, नीरज सिं और मदन गोपाल यादव को सौंपी गई है। 18 कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.