प्रधानमंत्री की फ्लीट के आगे कूदे, दिखाया काला झंडा
प्रधानमंत्री की फ्लीट के आगे छात्रनेताओं ने कूदकर काला झंडा दिखाया। उन्हें फोर्स ने पकड़ लिया।
प्रयागराज : समाजवादी पार्टी व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयागराज आगमन का विरोध करते हुए कई जगह हंगामे की कोशिश की। समाजवादी छात्रसभा से जुड़े दो छात्र कुंभ मेला स्थित संगम क्षेत्र में प्रधानमंत्री की फ्लीट के आगे कूद पड़े। जबरन बैरिकेडिंग क्रास कर फ्लीट के सामने काला झंडा लेकर पहुंचे दोनों छात्रनेताओं को पुलिस ने दबोच लिया। छात्रनेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।
जनसभा के दौरान सपा से जुड़ी एलएलबी की छात्रा ने भी प्रधानमंत्री को काला झंडा दिखाकर नारेबाजी की। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया। अन्य जगहों पर विरोध प्रदर्शन की तैयारी में रहे करीब दो दर्जन सपाइयों और कांग्रेसियों को भी पकड़ कर थाने ले जाया गया। हालांकि देर रात सभी को छोड़ दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काला झंडा दिखाने, विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी करने वाले तमाम सपा और कांग्रेस के नेताओं को शुक्रवार रात और शनिवार सुबह ही हिरासत में ले लिया गया था। पीएम के प्रयागराज पहुंचने के बाद भी पुलिस टीमें धरपकड़ करती रहीं। पीएम की फ्लीट जब संगम क्षेत्र से निकलने लगी तो योजनाबद्ध तरीके से अभिषेक यादव फ्लीट के सामने काला झंडा लेकर कूद पड़ा। उसके पीछे विशाल यादव भी दौड़ा। हालांकि वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने अभिषेक को दबोच लिया। विशाल को भी हिरासत में ले लिया गया। दोनों ताराचंद छात्रावास में रहते हैं। अभिषेक मूल रूप से सरायममरेज का रहने वाला है।
छात्रा ने दिखाया काला झंडा
दूसरी ओर झूंसी के अंदावा स्थित मैदान में प्रधानमंत्री की जनसभा में मंच के सामने बैठी एलएलबी की छात्रा रमा यादव ने भी काला झंडा दिखाते हुए प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इससे वहां अफरातफरी मच गई। हालांकि महिला पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया। उसका मुंह दबाकर सभा स्थल से ले जाया गया। रमा यादव बलिया जिले के नरही थाना क्षेत्र के अंजोरपुर गांव के रहने वाले राम दुलार यादव की बेटी है। उसके पिता पुलिस में दारोगा हैं और लखनऊ में तैनात हैं। एलएलबी की छात्रा रमा समाजवादी पार्टी से जुड़ी है। वह 2013 में विश्वविद्यालय से उपाध्यक्ष पद का चुनाव भी लड़ चुकी है। रमा के खिलाफ झूंसी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
इसी प्रकार सिविल लाइंस स्थित सुभाष चौराहे पर पीएम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहीं इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह, सपा नेता सबिया मोहानी, रेखा उपाध्याय समेत सात महिलाओं को हिरासत में लिया गया। महिला थाने से देर रात सभी को छोड़ा गया। झूंसी पुलिस ने सपा नेता अंगद यादव, कैफी वारसी, जिशान जाफरी को पकड़ा। देर रात सभी को छोड़ा गया। इसी प्रकार सरायइनातय पुलिस ने कांग्रेस से जुड़े मो. अकरम और महिला नेता सदब फातिमा को हिरासत में लिया। दोनों को रात में छोड़ा गया।
अमित शाह की फ्लीट के आगे कूदी थी नेहा
इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के प्रयागराज आगमन पर सपा नेता नेहा यादव फ्लीट के आगे कूद गई थी। पुलिस ने नेहा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
छात्रसंघ भवन पर पीएम का पुतला फूंका
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन पर रविवार को पूर्व उपाध्यक्ष चंद्रशेखर चौधरी के नेतृत्व में छात्रों ने प्रधानमंत्री का पुतला फूंका। इस अवसर पर छात्रसंघ उपाध्यक्ष अखिलेश यादव, उपमंत्री सत्यम सिंह सनी, विजय बघेल, अजीत विधायक, संदीप मौर्या, विपिन चंद्रा, गोलू आदि मौजूद रहे।
कुंभ मेले में पीएम की फ्लीट गुजरते ही लगी आग
कुंभ मेले में रविवार दोपहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्लीट गुजरते ही आग लग गई। अक्षयवट मार्ग पर आग लगने से अफरातफरी मच गई। कई अफसरों की गाडिय़ां डायवर्ट कर दी गईं। पुलिस और अग्निशमन कर्मियों ने किसी तरह लपटों पर काबू पाया।
प्रधानमंत्री और वीवीआइपी के लिए अक्षयवट मार्ग निर्धारित किया गया था। कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर तीन में इसी मार्ग से प्रधानमंत्री संगम तक पहुंचे। वहां पूजन के बाद उनकी फ्लीट निकली। अक्षयवट मार्ग से आगे बढ़ते ही रोड के किनारे रखे पुआल में आग लग गई। धुआं और लपटें उठती देख कई अधिकारियों के वाहनों को दूसरे रास्ते पर भेज दिया गया। आननफानन में पहुंचे पुलिस और फायरमैन के सिपाहियों ने लपटों पर काबू पा लिया। इसके बाद आवागमन शुरू कराया गया।
हालांकि हादसे के दौरान ही हल्ला मचा दिया गया कि किसी ने पुआल में आग लगाई है। कुछ पुलिस कर्मी उस युवक की तलाश में भी जुट गए, लेकिन पता नहीं चला। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना था कि अगर पीएम के आने से पहले आग लगती तो हादसा हो सकता था। फिलहाल एडिशनल एसपी सुरक्षा आशुतोष मिश्रा का कहना है कि बीड़ी या सिगरेट से आग लगी थी। समय पर बुझा ली गई थी, जिससे किसी को परेशानी नही हुई। आग लगाए जाने की बात गलत है।