शादी अनुदान योजना में घपला तो देखिए, लाभार्थियों को पता नहीं, उनके नाम का निकल गया रुपया
समाज कल्याण विभाग में शादी अनुदान योजना में जिन अधिकारियों कर्मचारियों पर गबन करने का संदेह है उन्हें नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है। कहा जा रहा है कि तीन अधिकारियों व चार कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है। यही सात अधिकारी और कर्मचारी गबन के घेरे में आए हैं।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज के समाज कल्याण विभाग में शादी अनुदान योजना में हुए घोटाले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे घपले की परतें खुल रही है। योजना के लाभार्थियों से पूछताछ की गई तो सनसनीखेज पर्दाफाश हुआ। आधा दर्जन से ज्यादा लाभार्थियों ने बयान दर्ज कराया गया है कि उनके फर्जी हस्ताक्षर हैैं और फोटो में भी खेल किया गया है।
कागज पर 24 बेटियों की शादी दो-दो बार करा डकार ली धनराशि : प्रयागराज जिले में शादी अनुदान योजना के तहत 24 बेटियों की शादी कागज पर दो-दो बार करा दी गई थी और धनराशि डकार ली गई थी। गबन का मामला प्रकाश में आने पर पिछले हफ्ते सीडीओ शिपू गिरि ने समाज कल्याण विभाग की उप निदेशक को जांच सौंप दी थी।
लाभार्थी बोले- उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं है : प्रकरण की जांच पूरी भी हो गई थी मगर जांच अधिकारी को पुख्ता साक्ष्य के लिए लाभार्थियों से भी पूछताछ करने का निर्देश दिया गया। सात लाभार्थियों से अब तक पूछताछ हो सकी है। सभी ने बताया कि उन्हें इस बारे में पता ही नहीं है। मीडिया में मामला सामने आया तब उन्हें जानकारी हो सकी है। बताया कि न तो उन्होंने आवेदन पत्र दस्तखत किए थे और न ही इस बाबत आधार, फोटो ही दिए थे। जो फोटो पिछले आवेदन पत्र में लगी थी, उन्हीं का दोबारा भी प्रयोग किया गया है। यही नहीं उनके हस्ताक्षर फर्जी हैैं। जांच अधिकारी अभी अन्य लाभार्थियों का भी बयान दर्ज करेंगी। इस मामले में सीडीओ का कहना है कि प्रकरण गंभीर है। गहन छानबीन कराई जा रही है जिससे आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
जिम्मेदारों को भेजा गया नोटिस : जिन अधिकारियों व कर्मचारियों पर गबन करने का संदेह है, उन्हें नोटिस भेजकर जवाब मांगा गया है। कहा जा रहा है कि तीन अधिकारियों व चार कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है। यही सात अधिकारी और कर्मचारी गबन के घेरे में आए हैं।