हिम्मतगंज में ढहाए जाएंगे चारों मकान, लोगों में दहशत
हिम्मतगंज में गीतांजलि नर्सिग होने के सामने चार मकान बैठ जाने के बाद गुरुवार को दिनभर अधिकारी वहां पर चक्कर लगाते रहे। एडीए, नगर निगम, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी जर्जर हो चुके मकान को गिराने की तैयारी में थे, लेकिन लोगों के आक्रोश और प्रदर्शन को देखते हुए कार्रवाई नहीं हो सकी। शाम को जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने भी मौके का निरीक्षण किया। आश्वासन दिया है कि पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद दी जाएगी। मोहर्रम के बाद चारों मकान ढहाए जा सकते हैं।
जासं, इलाहाबाद : हिम्मतगंज में गीतांजलि नर्सिग होने के सामने चार मकान बैठ जाने के बाद गुरुवार को दिनभर अधिकारी वहां पर चक्कर लगाते रहे। एडीए, नगर निगम, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी जर्जर हो चुके मकान को गिराने की तैयारी में थे, लेकिन लोगों के आक्रोश और प्रदर्शन को देखते हुए कार्रवाई नहीं हो सकी। शाम को जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने भी मौके का निरीक्षण किया। आश्वासन दिया है कि पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद दी जाएगी। मोहर्रम के बाद चारों मकान ढहाए जा सकते हैं।
हिम्मतगंज में चार मकान बैठ जाने से पूरे इलाके में हड़कंप मचा है। लोग बैठ चुके मकान को देखने के लिए आ रहे हैं। जिन चार लोगों के मकान बैठे गए हैं। वह लगातार आक्रोश जता रहे हैं। उनका आरोप है कि एडीए की लापरवाही से मकान बैठ गए हैं। इसलिए उन्हें मकान का मुआवजा मिलना चाहिए। इसको लेकर पीड़ित परिवार के लोग सुबह कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी से मिले थे। उन्होंने आश्वासन दिया था कि उनकी पूरी मदद की जाएगी। मकान बैठ जाने के बाद से लगातार यह शंका बनी हुई कि मकान कभी भी गिर सकते हैं। इसलिए सुबह एडीए, पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर गई। उन्होंने पीडि़त परिवार से बातचीत की। उन्हें समझाया कि जर्जर मकान से कभी भी हादसा हो सकता है, लेकिन पीड़ित परिवार मकान गिराने से पहले मुआवजा चाहता है। इसको लेकर बात आगे बढ़ नहीं पा रही है। गुरुवार दोपहर में एडीए, नगर निगम, पुलिस और प्रशासन की टीम मकान गिराने के लिए जेसीबी और मलबा उठाने के लिए डंपर लेकर गई थी, लेकिन बात नहीं बन पाई। एसएसपी नितिन तिवारी, एडीएम सिटी अशोक कनौजिया वापस लौट आए। शाम को जिलाधिकारी सुहास एलवाई भी मौके पर गए। उन्होंने चारों मकानों का निरीक्षण करने के बाद पीड़ित परिवारों को आश्वासन दिया कि डूडा विभाग से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ढाई लाख रुपये दिलाए जाएंगे। जांच कराकर मकान व दुकान में हुए नुकसान का भी आंकलन किया जाएगा।
-----
मोहर्रम के बाद गिर सकते हैं मकान
एडीए, पुलिस और प्रशासन की टीम गुरुवार को मकान गिराने की पूरी तैयारी में थी, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। शुक्रवार को मोहर्रम है। इसलिए चारों मकान ढहाए नहीं जाएंगे। संभावना है कि शनिवार को चारों मकानों को जमींदोज कर दिया जाएगा। -----