पूर्व केंद्रीय मंत्री बोले, राजनीति में मजबूत कदम रखे कायस्थ बिरादरी Prayagraj News
अब राजनीति मुद्दों की नहीं बल्कि गोलबंदी की हो गई है। यही कारण है कि राजनीति में कायस्थ समाज पिछड़ता गया। कहा कि समय से चेतना नहीं आई तो कायस्थ समाज का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा।
प्रयागराज,जेएनएन। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोधकांत सहाय ने कहाकि कायस्थ बिरादरी को राजनीति के क्षेत्र में मजबूत कदम रखने होंगे। कहाकि समाज की मजबूती के लिए बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने की जरूरत है। उन्होंने युवाओं को राजनीति की ओर उन्मुख करने की प्रेरणा पर बल दिया। वे जार्जटाउन स्थित एक गेस्ट हाउस में आयोजित अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा आयोजित सेमिनार में बोल रहे थे।
सामूहिक विवाह को बढ़ावा देने की जरूरत
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहाकि कायस्थ समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है। राष्ट्र के निर्माण और पुनरुत्थान में समाज का अग्रणी योगदान रहा है लेकिन अब राजनीति मुद्दों की नहीं बल्कि गोलबंदी की हो गई है। यही कारण है कि राजनीति में कायस्थ समाज पिछड़ता गया। कहा कि समय के साथ हममें चेतना नहीं आई तो कायस्थ समाज का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की वेबसाइट के जरिए रजिस्ट्रेशन कराकर समाज के बच्चे ई कोचिंग के जरिए पढ़ाई कर सकते हैं। कहा कि विवाह अब काफी खर्चीले होते जा रहे हैं। इसके लिए जरूरी है कि सामूहिक विवाह को बढ़ावा दें।
समाज के लोगों के उत्थान पर गंभीरता से करना होगा विचार
काशी प्रांत के क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि समाज के लोगों को उत्थान पर गंभीरता से विचार करना होगा क्योंकि समय निकल जाने पर पछताने के सिवाय कोई रास्ता नहीं बचेगा। इस अवसर पर राष्ट्रीय महामंत्री विश्व मोहन कुलश्रेष्ठ, वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ मुकेश श्रीवास्तव, राजीव रंजन प्रसाद, जितेंद्र कुमार वर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता टीपी सिंह, युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव, शैलतनया सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे। अतिथियों का स्वागत कुमार नारायण ने किया। संचालन राजेश श्रीवास्तव और रविंद्र श्रीवास्तव ने किया।
महासभा को तीन अंचलों में बांटा
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोध कांत सहाय ने कहा कि प्रदेश को तीन अंचलों पूर्वांचल उत्तर प्रदेश इकाई, मध्यांचल उत्तर प्रदेश इकाई और पश्चिमांचल उत्तर प्रदेश इकाई के रूप में जाना जाएगा। इसमें प्रांतीय अध्यक्ष, प्रांतीय महामंत्री और प्रांतीय कोषाध्यक्ष, राष्ट्रीय कार्यसमिति के पद पर मनोनयन होंगे। इस क्रम में उन्होंने रोहित कुमार सक्सेना को महासभा का प्रदेश अध्यक्ष मनोनीत किया।