पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई का बड़ा बयान, बोले- प्रभु श्रीराम का नाम लेने से होगा कल्याण...
Prayagraj सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और राज्यसभा सांसद रंजन गोगोई ने प्रभु श्रीराम को लेकर बड़ा बयान दिया है। गोगोई ने कहा कि प्रभु श्रीराम और संविधान दोनों ही सर्वोपरि हैं। सुबह सभी लोग संविधान का स्मरण करें और प्रभु श्रीराम का नाम लें तो कल्याण होगा।
जागरण संवाददाता, प्रयागराजः सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और राज्यसभा सांसद रंजन गोगोई ने प्रभु श्रीराम को लेकर बड़ा बयान दिया है। पूर्व मुख्य न्यायाधीश गोगोई ने कहा कि प्रभु श्रीराम और संविधान, दोनों ही सर्वोपरि हैं। सुबह सभी लोग संविधान का स्मरण करें और प्रभु श्रीराम का नाम लें तो कल्याण होगा। बता दें पूर्व मुख्य न्यायाधीश अखिल भारतीय धर्म संघ के शिविर में भाग लेने पहुंचे थे।
आपको बता दें वह बुधवार को गुवाहाटी से माघ मेला स्थित अखिल भारतीय धर्म संघ के शिविर में आयोजित संत सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेने आए थे। उन्होंने कहा कि देश के विकास में युवा पीढी की बड़ी जिम्मेदारी है। उन्हें इसे ईमानदारी से निभाना होगा, तभी देश मजबूत होगा। उनके साथ उनकी पत्नी रूपांशी गोगोई भी मौजूद थीं।
गौरतलब है कि जस्टिस गोगोई ने अपने कार्यकाल के दौरान संवेदनशील अयोध्या भूमि विवाद मामले सहित कई प्रमुख निर्णय सुनाने वाली पीठों का नेतृत्व किया था। 16 मार्च, 2020 को को सरकार द्वारा उन्हें राज्यसभा के लिए नामित किया गया था। गोगोई ने उन पीठों का भी नेतृत्व किया था जिन्होंने राफेल लड़ाकू जेट सौदे और प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश जैसे मामलों पर फैसला सुनाया था।
वहीं आपको ये भी बता दें उच्च सदन के लिए उनके नामांकन की घोषणा की एक अधिसूचना 16 मार्च, 2020 को गृह मंत्रालय द्वारा जारी की गई थी। गोगोई 13 महीने से कुछ अधिक के कार्यकाल के बाद नवंबर, 2019 में सीजेआई के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे। वह राज्यसभा के लिए मनोनीत होने वाले भारत के पहले पूर्व मुख्य न्यायाधीश हैं।