माघ मेला में विदेशी ब्लैदमिर व टियॉन सिखा रहे योग व ध्यान Prayagraj News
5 मिनट के अभ्यास में बताया जाता है कि योग सिद्धांत के अनुसार प्रत्येक मनुष्य के मेरूदंड के नीचे एक ऊर्जा संग्रहित होती है। इसके जागृत होने पर स्वयंज्ञान की प्राप्ति होती है।
प्रयागराज,जेएनएन । यदि माघ मेले में संगम स्नान के लिए गए हैं तो लौटते समय 15 मिनट के लिए सहज योग शिविर में ठहर जाइए। यहां मिलेंगे रसिया से आए ब्लैदमिर व जर्मनी की मई टियॉन। दोनों यहां योग व ध्यान की शक्ति के माध्यम से आपकी कुंडलिनी शक्ति को जागृत करेंगे और आप खुद को काफी उर्जावान महसूस करेंगे।
शंकर विमान मंडपम के सामने चल रहा योग शिविर
मेला स्थित शंकर विमान मंडपम के सामने सहज योग शिविर चल रहा है। इसमें देश विदेश से स्वयंसेवक लोगों को योग व ध्यान का प्रशिक्षण दे रहे हैं। स्नान कर लौटने वाले लोगों से यह अनुरोध करते हैं कि इस शिविर में आकर इसका लाभ उठाएं।
योग के अभ्यास से जागृत होती है कुंडलिनि शक्ति
अंदर स्वयंसेवक व प्रशिक्षक बताते हैं कि योग के अभ्यास से अपने भीतर कुंडलिनी शक्ति को जागृत किया जा सकता है। 15 मिनट के अभ्यास में बताया जाता है कि योग सिद्धांत के अनुसार, प्रत्येक मनुष्य के मेरूदंड के नीचे एक ऊर्जा संग्रहित होती है। इसके जागृत होने पर स्वयंज्ञान की प्राप्ति होती है।
योग से व्यक्ति खुद को काफी ऊर्जावान महसूस करता है
अभ्यास के इस अवधि में व्यक्ति कुछ देर के लिए स्वयं में खो जाता है और खुद को काफी उर्जावान महसूस करता है। सहज योग शिविर की कोआर्डिनेटर बबिता चौहान के नेतृत्व में यहां विभिन्न राज्यों से प्रशिक्षक पहुंच रहे हैं। इन प्रशिक्षकों में कोई अधिकारी है तो वकील।
प्रतिदिन संगम स्नान के बाद योग व ध्यान कराने में जुट जाते हैं ब्लैदमिर
रसिया से आए ब्लैदमिर कहते हैं कि वह इसका प्रशिक्षण विभिन्न देशों में जाकर देते हैं। पहली बार वह भारत आए हैं। संगम में प्रतिदिन स्नान करने के बाद वह यहां योग व ध्यान कराने में जुट जाते हैं। इसी तरह टियॉन भी यहां आकर काफी खुश है।