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राशन घोटाला : निवाले को तरस रहे सवा लाख लोग

राशन घोटाले की वजह से करीब सवा लाख लोग निवाले के लिए तरस रहे हैं। सरकारी खाद्यान्न से दिव्यांगों, मूक बधिरों व असक्तों का पेट भरता है। डेढ़ माह राशन वितरित न होने से दिक्कत बढ़ गई है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Sep 2018 06:28 PM (IST)Updated: Wed, 12 Sep 2018 06:28 PM (IST)
राशन घोटाला : निवाले को तरस रहे सवा लाख लोग
राशन घोटाला : निवाले को तरस रहे सवा लाख लोग

जासं, इलाहाबाद : यह व्यवस्था है। उनके लिए जिन्हें गरीब माना गया है। जो असक्त हैं, दिव्यांग हैं। पति की मौत के बाद उन महिलाओं और परित्यक्ता के लिए भी यह व्यवस्था है जो किसी तरह परिवार पाल रही हैं। बावजूद इसके लिए इस व्यवस्था पर अव्यवस्था का ग्रहण लगा हुआ है।

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बात हो रही है सार्वजनिक वितरण प्रणाली व्यवस्था का। जीहां, पहले तो लाभार्थियों के बहाने इस व्यवस्था को पलीता लगाने की भरपूर कोशिश हुई। सरकार ने इस वितरण प्रणाली को अत्याधुनिक करते हुए इसका वितरण ई-पॉस मशीनों से कराने लगी। इस मशीन में कुछ तकनीकी खामी सामने आई जिसका राशन माफिया ने बेजा लाभ उठाना शुरू कर दिया। सिर्फ जुलाई माह में जिले में लगभग ढाई करोड़ रुपये का राशन घोटाला कर दिया गया। इसमें कार्रवाई शुरू हो गई। कोटेदारों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज कराए गए। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी। इस पर कोटेदारों ने हड़ताल शुरू कर दी। अफसरों की भी इस घोटाले में संलिप्तता का आरोप लगाकर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की मांग को लेकर कोटेदार अलोपीबाग स्थित गोदाम पर रोज धरना दे रहे हैं।

इस वजह से राशन का वितरण नहीं हो पा रहा है। इसके कारण वे लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं, जो बेहद लाचार हैं और उनका पेट सरकारी राशन पर ही पल रहा है। जिले में ऐसे लगभग एक लाख बीस हजार लोग हैं जो निवाले के लिए तरस रहे हैं। इसमें दिव्यांगों के साथ ही मूक-बधिर और असक्त भी शामिल हैं। इसके अलावा विधवा और परित्यक्ता भी हैं जो इसी राशन के सहारे हैं। ऐसा नहीं है कि प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं है। जरुरतमंद राशन के लिए हैरान-परेशान हैं मगर प्रशासन की ओर से कोई सार्थक प्रयास नहीं हो रहे हैं।

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कोटेदारों से कहा जा रहा है कि वे खाद्यान्न उठाकर उसका वितरण करें। उच्चाधिकारियों को कोटेदारों की हड़ताल की जानकारी है। आदेश मिलते ही कोटेदारों के खिलाफ अगली कार्रवाई की जाएगी।

दिलीप कुमार

जिलापूर्ति अधिकारी

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खूझी में राशन वितरण में अनियमितता से ग्रामीण गुस्से में

इलाहाबाद : बारा के खूझी गाव में राशन वितरण में अनियमितता को लेकर के 28 अगस्त से गाव के लोगों ने 4 दिन तक आमरण अनशन किया था। सप्लाई इंस्पेक्टर विनोद अग्रहरि और चौकी इंचार्ज अमित राय के आश्वासन पर अनशन खत्म हुआ था लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। केके मिश्रा आदि लोगों ने चेतावनी दी है कि कार्रवाई नहीं हुई तो वे इलाहाबाद-रीवा राजमार्ग को जाम करेंगे।


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