उत्तर भारत की Fire Training Academy बमरौली में बनेगी, जमीन चिह्नित Prayagraj News
बमरौली स्थित नागर विमानन प्रशिक्षण केंद्र के परिसर में उत्तर भारत की फायर ट्रेनिंग एकेडमी बनाई जाएगी। एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया इसे बनवाएगी।
प्रयागराज, [प्रमोद यादव]। उत्तर भारत की फायर ट्रेनिंग एकेडमी प्रयागराज के बमरौली स्थित नागर विमानन प्रशिक्षण केंद्र (सीएटीसी) में बनने जा रही है। इसके लिए जमीन चिह्नित कर ली गई है। एयरपोर्ट अथॉरिटी आफ इंडिया के निर्देशन में इसका निर्माण होगा। इसके लिए 247.72 करोड़ रुपये का बजट बनाया गया है। निर्माण कार्य कराने के लिए 24 मार्च को टेंडर खोला जाएगा।
भारत सरकार का नई फायर ट्रेनिंग एकेडमी खोलने का फैसला
दरअसल, देश में फायर ट्रेनिंग के मामले में गिने चुने ही संस्थान हैं। वहीं बदलते दौर में आने वाली आपदाओं और बढ़ रही आग की घटनाओं के मद्देनजर कुशल फायरमैन की जरूरत है। खासकर हवाई अड्डों पर फायर सुरक्षा के लिए कुशल लोगों की आवश्यकता है। जिस हिसाब से पिछले कुछ सालों में कई शहरों में हवाई अड्डे बनाए गए हैं, वहां फायर सुरक्षा इंतजाम पर्याप्त नहीं हैं। इन हवाई अड्डों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के फायर सेफ्टी यंत्र और कुशल लोगों की जरूरत है। इसे देखते भारत सरकार ने नई फायर ट्रेनिंग एकेडमी खोलने का फैसला लिया है। 24 मार्च को टेंडर खुलने के बाद सभी औपचारिकताएं पूरी कर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। निर्माण कार्य 30 महीने में पूरा करने का समय निर्धारित किया गया है।
देश के लिए कुशल फायरमैन तैयार किए जाएंगे
एयरपोर्ट अथारिटी के अधिकारियों ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया चल रही है। यहां पर फायर सेफ्टी इंजीनियरिंग के कोर्स चलेंगे और देश के लिए कुशल फायरमैन तैयार किए जाएंगे। नागपुर स्थित नेशनल एकेडमी आफ फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग (एनएएफएस) की तरह ही यहां भी युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी।
क्या है सीएटीसी
बमरौली में 1948 में स्थापित नागर विमानन प्रशिक्षण केंद्र में एयर ट्रैफिक कंट्रोल सहित विमान से जुड़ी कई तरह की ट्रेनिंग दी जाती। यह विश्व स्तर का ट्रेनिंग सेंटर है और विदेशों से भी यहां पर लोग ट्रेनिंग के लिए आते हैं।