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शौचालय निर्माण घोटाले में दो गांवों के सचिव और प्रधान पर होगा केस Prayagraj News

अब तक लगभग एक दर्जन ग्राम पंचायत अधिकारियों और ग्राम विकास अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है। लगभग आधा दर्जन ग्राम प्रधान भी जेल जा चुके हैैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 12 Nov 2019 05:32 PM (IST)Updated: Tue, 12 Nov 2019 06:54 PM (IST)
शौचालय निर्माण घोटाले में दो गांवों के सचिव और प्रधान पर होगा केस Prayagraj News
शौचालय निर्माण घोटाले में दो गांवों के सचिव और प्रधान पर होगा केस Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन : स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) में किस तरह धन का बंदरबाट किया गया। इसकी बानगी जिले के दो गांवों पुरैनी और अमिलिया कला है। करछना के पुरैनी गांव में करीब 34 लाख रुपये और उरुवा के अमिलिया कला गांव में 26 लाख रुपये का गबन करने का मामला पकड़ा गया है। दोनों गांवों के ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों को निलंबित किया जा चुका है। अब दोनों ग्राम पंचायत अधिकारियों और दोनों गांवों के प्रधानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैैं।

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शौचालय निर्माण में जिले के ज्यादातर गांवों में व्यापक पैमाने पर घपला किया गया है। इसमें प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारियों की मिलीभगत भी सामने आ चुकी है। अब तक लगभग एक दर्जन ग्राम पंचायत अधिकारियों और ग्राम विकास अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है। लगभग आधा दर्जन ग्राम प्रधान भी जेल जा चुके हैैं। जिले के 86 गांवों में शौचालय और आवास निर्माण में घपले की शिकायत की अभी जांच की जा रही है।

ताजा मामला करछना और उरुवा ब्लॉक का है। करछना के पुरैनी गांव में 285 शौचालयों के निर्माण के लिए 34 लाख 20 हजार रुपये ग्राम पंचायत के खाते से निकाले गए। अब तक गांव में एक भी शौचालय पूर्ण नहीं पाए गए। इसकी शिकायत होने पर जिलास्तरीय अधिकारियों ने पिछले दिनों जांच की थी। जांच रिपोर्ट के मुताबिक, पुरैनी में शासन की मंशा के विपरीत शौचालय निर्माण में अनियमितता बरती गई। इसके लिए ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी पंकज सिंह को संयुक्त रूप से जिम्मेदार पाया गया है। डीपीआरओ रेनू श्रीवास्तव ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। अब प्रभारी सहायक विकास अधिकारी रमाकांत पांडेय को ग्राम विकास अधिकारी और प्रधान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैैं। इसी तरह उरुवा के अमिलिया कला गांव में लगभग 26 लाख रुपये का गबन जिला स्तरीय अधिकारियों की जांच में पकड़ा गया था। इस मामले में ग्राम पंचायत अधिकारी राजकपूर गौतम को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। डीपीआरओ ने प्रभारी सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) आदित्य पौडवाल को ग्राम पंचायत अधिकारी और प्रधान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए हैैं।

डीपीआरओ ने बताया कि अमिलिया कला में एक ही दिन में एक फर्जी फर्म के नाम ग्राम पंचायत के खाते से लगभग 26 लाख रुपये दे दिए गए। जांच में पता चला है कि फर्म का संचालक प्रधान का पति ही है।


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