चलती ट्रेन के हर खतरे से आगाह करेगी फीबा
जागरण संवाददाता प्रयागराज छोटी सी डिवाइस आपकी यात्रा को सुखद और सुरक्षित बनाएगी।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज: छोटी सी डिवाइस आपकी यात्रा को सुखद और सुरक्षित बनाएगी। किसी भी खतरे का अंदेशा होने पर लाल बत्ती जल जाएगी। ड्राइवर और गार्ड समेत टेक्निकल स्टाफ सतर्क हो जाएंगे। नए एलएचबी कोच में फेल्योर इंडिकेशन कम ब्रेक एप्लीकेशन यानी फीबा डिवाइस लगाई गई है। यह एयर स्प्रिंग के प्रेशर के कम-ज्यादा होने की जानकारी के लिए सेंशर डिवाइस है।
प्रयागराज संगम के सीनियर सेक्शन इंजीनियर (एसएसई) कैरिज एंड वैगन दिलशाद अहमद ने बताया कि एयर स्प्रिंग के पंक्चर या ब्रस्ट होने पर प्रेशर सप्लाई बंद हो जाएगी और गाड़ी वहीं खड़ी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि एक एलएचबी कोच में दो फीबा (डिवाइस) लगाई जा रही है। प्रेशर सप्लाई बंद होने पर लाल बत्ती जल जाएगी। जिस कोच एयर स्प्रिंग में खराबी आई है, उसकी फीबा एक्टिवेट होगी। ड्राइवर और गार्ड एयर स्प्रिंग की प्रेशर सप्लाई को (आइसोलेट) बंद कर फीबा को रिसेट करेंगे। इसके बाद मरम्मत होने तक 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक ही ट्रेन चलाई जाएगी।
बता दें कि उत्तर रेलवे की लखनऊ मेल और काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनों में नए एलएचबी लगाए गए हैं, जिसमें फीबा डिवाइस लगी है। जल्द ही सभी गाड़ियों में लगाया जाएगा।
एलएचबी कोचों के रखरखाव की जानकारी की साझा
प्रयागराज संगम स्टेशन पर आल इंडिया स्टेशन मास्टर एसोसिएशन के तत्वावधान में सोमवार को सेफ्टी सेमिनार हुआ। इसमें कोरोना काल में ट्रेनों के मूवमेंट और एलएचबी कोचों के रखरखाव के बारे में जानकारी साझा की गई। इसके बाद प्रयाग ब्राच का गठन भी किया गया। प्रयागराज संगम के डिप्टी एसएस रंजीव जायसवाल को अध्यक्ष, प्रयागराज संगम के डिप्टी एसएस अनिल कुमार कुशवाह शाखा महामंत्री और स्टेशन मास्टर केके दुबे को कोषाध्यक्ष चुना गया।