जुर्माने के डर से प्रदूषण की एनओसी के लिए मारामारी Prayagraj News
यातायात नियम कड़ा होते ही लोग भी सतर्क हो गए हैं। प्रदूषण जांच कराने के लिए केंद्रों पर भारी भीड़ लग रही है। पहले यहां सन्नाटा पसरा रहता था। अब टोकन बांटकर काम किया जा रहा है।
By Edited By: Published: Tue, 10 Sep 2019 07:21 PM (IST)Updated: Wed, 11 Sep 2019 01:19 PM (IST)
प्रयागराज, जेएनएन। यातायात नियम तोड़ने वालों पर भारी जुर्माना लगाया जा रहा है। पहली सितंबर से नया नियम लागू होने के बाद लोग यातायात नियमों का पालन करने की दिशा में आगे बढ़े हैं। जुर्माने से बचने के लिए अब लोग वाहनों से जुड़े कागजात पूरे कर रहे हैं।
प्रदूषण की एनओसी के लिए मारामारी
इसी क्रम में इन दिनों प्रदूषण की एनओसी के लिए मारामारी है। जांच केंद्रों पर अब भीड़ इतनी हो गई है कि टोकन बंटने लगा है। सुबह नंबर नहीं लिया तो जांच नहीं होगी। अगर प्रदूषण की जांच कराए बिना शहर में वाहन चलाते पकड़े गए तो दो हजार रुपये जुर्माना लगेगा। पहले यह जुर्माना एक हजार रुपये था। बढ़े जुर्माने के हिसाब से कार्रवाई होने लगी तो लोग 50 से 80 रुपये खर्च करके प्रदूषण का प्रमाण पत्र बनवा रहे हैं।
वाहनों के प्रदूषण जांच को 15 लोग अधिकृत
वाहनों के प्रदूषण जांच के लिए जिले भर में 15 लोग अधिकृत किए गए हैं। पहले इन केंद्रों पर सन्नाटा रहता है लेकिन अब जांच करवाने के लिए मारामारी है। कई पेट्रोल पंपों पर और आरटीओ कार्यालय के सामने जांच हो रही है। पहली सितंबर के बाद से इन केंद्रों पर जांच कराने वालों की भीड़ है।
आनलाइन हो रही प्रदूषण की जांच
एआरटीओ सियाराम वर्मा ने बताया कि प्रदूषण की जांच आनलाइन हो रही है और हर छह महीने में करवाना होता है। अब इसमें फर्जीवाड़ा नहीं कर सकते हैं। अगर गाड़ी धुआं दे रही होगी तो प्रमाण पत्र नहीं बनेगा। एक दिन में एक सेंटर पर करीब दो सौ वाहनों की जांच हो रही है।
जांच का रेट
- 50 रुपये बाइक
- 70 रुपये कार (पेट्रोल)
- 80 रुपये कार (डीजल)
प्रदूषण की एनओसी के लिए मारामारी
इसी क्रम में इन दिनों प्रदूषण की एनओसी के लिए मारामारी है। जांच केंद्रों पर अब भीड़ इतनी हो गई है कि टोकन बंटने लगा है। सुबह नंबर नहीं लिया तो जांच नहीं होगी। अगर प्रदूषण की जांच कराए बिना शहर में वाहन चलाते पकड़े गए तो दो हजार रुपये जुर्माना लगेगा। पहले यह जुर्माना एक हजार रुपये था। बढ़े जुर्माने के हिसाब से कार्रवाई होने लगी तो लोग 50 से 80 रुपये खर्च करके प्रदूषण का प्रमाण पत्र बनवा रहे हैं।
वाहनों के प्रदूषण जांच को 15 लोग अधिकृत
वाहनों के प्रदूषण जांच के लिए जिले भर में 15 लोग अधिकृत किए गए हैं। पहले इन केंद्रों पर सन्नाटा रहता है लेकिन अब जांच करवाने के लिए मारामारी है। कई पेट्रोल पंपों पर और आरटीओ कार्यालय के सामने जांच हो रही है। पहली सितंबर के बाद से इन केंद्रों पर जांच कराने वालों की भीड़ है।
आनलाइन हो रही प्रदूषण की जांच
एआरटीओ सियाराम वर्मा ने बताया कि प्रदूषण की जांच आनलाइन हो रही है और हर छह महीने में करवाना होता है। अब इसमें फर्जीवाड़ा नहीं कर सकते हैं। अगर गाड़ी धुआं दे रही होगी तो प्रमाण पत्र नहीं बनेगा। एक दिन में एक सेंटर पर करीब दो सौ वाहनों की जांच हो रही है।
जांच का रेट
- 50 रुपये बाइक
- 70 रुपये कार (पेट्रोल)
- 80 रुपये कार (डीजल)
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