आधार कार्ड के दुरुपयोग होने का डर वोटरों के मन में समाया Prayagraj News
एक सितंबर से शुरू यह कार्य पूरे माह होना था मगर तब मात्र पांच फीसद ही वोटर वेरीफिकेशन का कार्य हो सका था। बीएलओ के सामने तरह-तरह की कठिनाइयां सामने आ रही हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। ये तीन उदाहरण तो बानगी मात्र हैं। मतदाता सत्यापन के दौरान बीएलओ के सामने तरह-तरह की कठिनाइयां सामने आ रही हैं। कहीं आधार कार्ड नहीं है तो कहीं लोग आधार देने से इन्कार कर दे रहे हैं। ज्यादातर मतदाता आधार कार्ड देने से कन्नी काट रहे हैं। जो सीधे कुछ नहीं बोलना चाहते हैं तो आधार नहीं है का बहाना बना देते हैं। या फिर बोल देते हैं कि उनका आधार कार्ड कहीं खो गया है। सच तो यह है कि उनमें आधार कार्ड के दुरुपयोग होने का डर समा गया है।
लोग बीएलओ पर धौंस जमाकर आधार नहीं दे रहे
शहर उत्तरी विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले रिटायर्ड आइएएस तो कई जिलों में डीएम भी रह चुके हैं। उन्हें पता है कि निर्वाचन आयोग की ओर से यह कवायद हो रही है, फिर भी उन्हें डर है। इस तरह कई अन्य स्थानों पर भी लोग बीएलओ पर धौंस जमाकर आधार नहीं दे रहे हैं। यही वजह है कि मतदाता सत्यापन का कार्य काफी पिछड़ गया है। एक सितंबर से शुरू यह कार्य पूरे माह होना था मगर तब मात्र पांच फीसद ही वोटर वेरीफिकेशन का कार्य हो सका था। इसके बाद इसकी तारीख बढ़ा दी गई। अब पूरे अक्टूबर माह तक सत्यापन का कार्य होना है।
तीन लाख 80 हजार मतदाताओं का ही सत्यापन हो सका
जिला निर्वाचन कार्यालय के मुताबिक सोमवार तक लगभग तीन लाख 80 हजार मतदाताओं का ही सत्यापन हो सका है जबकि जिले में लगभग 45 लाख मतदाता हैं। सत्यापन कार्य के लिए हर तहसील से टीमें भी गठित की गई हैं और उनके काम की रोज मॉनीटरिंग हो रही है। मतदाता सत्यापन का कार्य ऑनलाइन भी चल रहा है।
बोले उप निर्वाचन अधिकारी
उप जिला निर्वाचन अधिकारी वीएस दुबे कहते हैं कि मतदाता अपना सत्यापन ऑनलाइन भी कर सकते हैं। वैसे अब जागरूकता अभियान चलाकर लक्ष्य को पूरा किया जाएगा।