दारोगा पर कार्रवाई के बाद घूरपुर बाजार में किसानों ने लगाई सब्जी की दुकान Prayagraj News
किसान आम दिनों की तरह दुकान लगाने के लिए दोपहर बाद से आने लगे थे। शाम होते होते पूरे बाजार में आम दिनों जैसी चहल पहल हो गई।
प्रयागराज, जेएनएन। यह वही घूरपुर बाजार है, जहां दो दिन पहले दारोगा ने पुलिस के वाहन से दुकानदारों की सब्जियां रौंद दी थी। शनिवार को एक बार मंडी में किसान सब्जियाें की दुकान लगाने के लिए बाजार पहुंचे। पुलिस अफसरों के दारोगा के करतूत के लिए माफी मांगने के बाद किसान का भय दूर था। मंडी रोज जैसी ही चहल पहल रही। मामले को सीएम योगी के संज्ञान में लेने और दारोगा के निलंबन व उसके वेतन से कटौती कर पीडित किसानों को मुआवजा दिए जाने की बात से चर्चाओं का बाजार भी गर्म रहा।
किसानों से पुलिस अफसरों ने दारोगा की करतूत के लिए मांगी थी माफी
किसानों ने बताया कि पुलिस अफसराें ने दारोगा की करतूत के लिए माफी मांगी और पीडित किसानों को मुआवजा दिलाने की बात कही है। किसानों का कहना है कि भरोसा दिलाया गया है कि पुलिस उनकी मदद के लिए है। पुलिस से डरने की जरूरत नहीं है। किसानों ने भी कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जो भी निर्देश दिए गए हैं, उसका पालन करेंगे। किसान आम दिनों की तरह दुकान लगाने के लिए दोपहर बाद से आने लगे थे। शाम होते होते पूरे बाजार में आम दिनों जैसी चहल पहल हो गई।
सीएम योगी ने मामले को संज्ञान में लिया
उत्तर प्रदेश के इतिहास में संभवत: पहली बार ऐसा हुआ कि किसी बेअंदाज दारोगा की कारस्तानी को खुद मुख्यमंत्री ने सीधे तौर पर संज्ञान लिया और ऐसी कार्रवाई कराई जो भविष्य के लिए सभी को सीख भी होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की किसानों के प्रति यह संवेदनशीलता खाकी सहित पूरे तंत्र को कड़ा संदेश भी है।
यह था मामला
यमुनापार के घूरपुर थाना क्षेत्र में सब्जियों का बाजार लगता है। लॉकडाउन के चलते यहां बुधवार और शुक्रवार को दुकान लगाने की बात तय हुई थी। मगर कुछ किसानों व सब्जी विक्रेताओं ने गुरुवार को भी दुकानें लगा लीं। इसकी जानकारी होने पर दारोगा सुमित आनंद सरकारी वाहन से पहुंचे और दुकानदारों पर अभद्र टिप्पणी करते हुए सरकारी वाहन से सब्जियों को रौंद दिया। इस घटना की जानकारी होते ही गुरुवार की शाम ही एसएसपी ने दारोगा को लाइन हाजिर करते हुए सीओ करछना को जांच सौंप दी थी।