पहचान उजागर होने पर किसान की हुई थी हत्या, लाइनमैन गिरफ्तार
सोरांव में किसान की हत्या हत्यारों ने पहचान उजागर होने पर की थी। पुलिस ने लाइनमैन को पकड़ा जबकि एक आरोपित फरार है।
प्रयागराज : सोरांव थाना क्षेत्र के गौरा गांव निवासी किसान शिवनारायण पटेल की हत्या पहचान उजागर होने पर की गई थी। हत्या के आरोप में राजेंद्र पटेल को गिरफ्तार किया है। राजेंद्र भी गौरा गांव का रहने वाला है और बिलजी विभाग में संविदा पर लाइनमैन की नौकरी करता है। हत्याकांड में रामचंद्र पांडेय अभी फरार है। उसकी तलाश में दबिश दी जा रही है।
शिवनारायण पटेल की 17 नवंबर 2018 की रात गोली मारकर हत्या की गई थी। उस वक्त वह खेत में अपने बेटे राजेंद्र को माचिस देकर लौट रहा था। इंस्पेक्टर सोरांव सुरेंद्र नाथ ने बताया कि गौरा गांव निवासी रामचंद्र पांडेय प्रधान का चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहा था। वह वर्तमान प्रधान गामा यादव को रास्ते से हटाना चाहता था। इसके लिए उसने राजेंद्र पटेल उर्फ सुरेंद्र उर्फ शेर अली को शराब पिलाई। इसके बाद दोनों गामा या उसके भाई श्यामा को मारने के लिए खेत पहुंच गए थे।
कैसे की गई हत्या
अभियुक्तों ने पहले पानी की पाइप फाड़ दी और फिर प्रधान के आने का इंतजार करने लगे। इसी बीच घर लौट रहे शिवनारायण ने रायफल और बंदूक से लैस राजेंद्र व रामचंद्र को देख लिया। गांव का उपप्रधान रह चुका शिवनारायण प्रधान गामा का खास व्यक्ति था। ऐसे में पहचान उजागर होने के कारण दोनों ने शिवनारायण को गोलियों से भून डाला था।
कहती है पुलिस
पुलिस का कहना है कि हत्याकांड में इस्तेमाल लाइसेंसी असलहे रामचंद्र के हैं। उसकी गिरफ्तारी होने पर असलहा भी बरामद कर लिया जाएगा और लाइसेंस भी निरस्त करवाया जाएगा।