इंदिरा मैराथन 19 नवंबर को, तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप Prayagraj News
इंदिरा मैराथन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती के अवसर पर 19 नवंबर को होगा। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैंं।
प्रयागराज, जेएनएन। शहर में प्राइजमनी इंदिरा मैराथन का काफी क्रेज है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती पर 19 नवंबर को यह आयोजित होगा। इसमें स्थानीय समेत देश के नामचीन धावक शामिल होते हैं। मैराथन की तैयारियां तेज हो गई हैैं। उत्तर प्रदेश एथलेटिक्स संघ की ओर से सभी राज्यों के नामचीन धावकों को इंदिरा मैराथन में शामिल होने के लिए बुलाया गया है।
42.195 किलोमीटर की होगी इंदिरा मैराथन
क्षेत्रीय क्रीड़ा कार्यालय व्यवस्थाओं में जुट गया है। संगम नगरी में 42.195 किलोमीटर मैराथन का आयोजन 1985 से हर वर्ष इंदिरा गांधी की जयंती पर किया जाता है। यह दौड़ आनंद भवन से शुरू होती है। म्योहाल चौराहा से होते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट, सिविल लाइंस, सीएमपी डिग्री कॉलेज, नैनी यमुना ब्रिज, लेप्रोसी चौराहा, एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट, अरैल घाट से मुड़कर नए पुल से सीएमपी कॉलेज, हनुमान मंदिर से होकर मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में समाप्त होती है। मैराथन में पुरुष और महिला दौड़ते हैं। दोनों वर्ग के प्रथम विजेता को दो लाख रुपये, द्वितीय को एक लाख और तृतीय को 75 हजार रुपये नकद इनाम दिया जाता है।
बालक-बालिका और पुरुष वर्ग में आठ किलोमीटर की क्रास कंट्री दौड़
इसके अलावा बालक-बालिका और पुरुष वर्ग में आठ किलोमीटर की क्रास कंट्री दौड़ भी होती है। इसकी शुरुआत भी आनंद भवन के सामने से होती है, लेकिन म्योहाल चौराहा पर समाप्त हो जाती है। 20 वर्ष से अधिक के बालक-बालिका क्रास कंट्री में प्रतिभाग लेते हैं। इस बार प्रतिस्पर्धा बढ़ाने के लिए सभी राज्यों के नामचीन धावकों को उनके एथलेटिक्स संघ के माध्यम से न्योता भेजा जा रहा है।
10 नवंबर से मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में पंजीयन होगा
इंदिरा मैराथन को लेकर जिला प्रशासन और क्षेत्रीय क्रीड़ा कार्यालय के अधिकारियों के बीच एक बैठक हो चुकी है। पांच नवंबर से पहले जिलाधिकारी की अध्यक्षता में दूसरी बैठक होनी है। उसके बाद से इंदिरा मैराथन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। मैराथन के रूट का निरीक्षण का काम शुरू हो जाएगा। 10 नवंबर से मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में पंजीयन होगा। पंजीयन के साथ ही रूट मार्किंग भी शुरू हो जाएगी।