आवासीय क्षेत्र में बंद नहीं हो पाई फैक्टरी
इलाहाबाद : आवासीय क्षेत्रों में फैक्टरी नहीं चलाई जा सकती। यह बात अफसर भली भांति जानते हैं।
इलाहाबाद : आवासीय क्षेत्रों में फैक्टरी नहीं चलाई जा सकती। यह बात अफसर भली भांति जानते हैं। फिर भी शिकायत मिलने के बावजूद एक फैक्टरी को पिछले कई माह से बंद नहीं करवाया जा सका है। जबकि शिकायतकर्ता जगह जगह इसकी शिकायत करके परेशान है।
कीडगंज में निर्मल नगर नई बस्ती निवासी विक्की केसरवानी ने इस बारे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय से शिकायत की थी। उनका कहना था कि उनके घर के बगल पवन नमकीन फैक्टरी चल रही है। जिसके प्रदूषण से वे बेहद परेशान हैं। खासकर उनके पिता जो बीमार रहते हैं। उन्हें काफी परेशानी हो रही है। पीसीबी ने जांच कराई तो पता चला कि फैक्ट्री में लगभग 3.5 कुंतल प्रति दिन विभिन्न प्रकृति के नमकीन का उत्पादन किया जाता है। डीजल से संचालित भंिट्ठयों एवं छह केवीए के डीजी सेट पर गैसीय उत्सर्जकों के नियंत्रण के लिए मानकों के अनुरूप चिमनी नहीं है। डीजी सेट पर ध्वनि नियंत्रण के लिए कैनोपी, एकास्टिक इनक्लोजर भी नहीं है। कच्चे माल, प्लांट, मशीनरी, फ्लोर आदि की धुलाई से जनित प्रदूषित उत्प्रवाह के शोधन के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। इससे सीवर लाइन चोक होने की आशंका रहती है। सबसे अहम घनी आबादी में फैक्ट्री हो ही नहीं सकती। इस मामले में एसडीएम सदर आयुष चौधरी ने भी फैक्ट्री बंद कराने के निर्देश दिए हैं। शिकायतकर्ता का कहना है कि जांच में गलत पाए जाने और एसडीएम के आदेश के बावजूद यह फैक्टरी बंद नहीं करवाई जा रही है। यदि ऐसा ही रहा तो वे इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे।