..भगदड़ न हो इसके लिए एफओबी का जाल
--फोटो-- -इलाहाबाद के सभी स्टेशनों पर बनाए जा रहे अतिरिक्त एफओबी -कुंभ में जंक्शन पर
--फोटो--
-इलाहाबाद के सभी स्टेशनों पर बनाए जा रहे अतिरिक्त एफओबी
-कुंभ में जंक्शन पर हुई भगदड़ से रेलवे ले चुका है सबक
जासं, इलाहाबाद : अर्द्धकुंभ, माघ मेले व बड़े स्नान पर्वो पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने पर रेलवे स्टेशनों पर भगदड़ न हो, जान और माल का नुकसान न हो। इसके लिए इलाहाबाद के सभी स्टेशनों पर अतिरिक्त नए फुट ओवर ब्रिज (पैदल यात्री पुल) बनाए जा रहे हैं। कई पुल का काम आधे से अधिक हो भी चुका है। कई का काम तेजी से चल रहा है। 2019 में यहां पर लगने वाले अर्द्धकुंभ मेले से पहले सभी एफओबी तैयार हो जाएंगे।
मुंबई में रेलवे ब्रिज पर भगदड़ होने पर करीब दो दर्जन लोगों की मौत होने के बाद एफओबी की स्थिति, उसकी क्षमता को लेकर बहस शुरू हो गई है। 2013 में जब इलाहाबाद में कुंभ हुआ था। उस समय इलाहाबाद जंक्शन पर भगदड़ होने पर तीन दर्जन से अधिक लोगों की जान चली गई थी। तब से रेलवे स्टेशन पर भगदड़ न हो इसका खास ख्याल रखता है। प्रत्येक वर्ष माघमेले में विशेष सतर्कता बरती जाती है।
प्रयाग में वर्ष 2019 में होने वाले अर्द्धकुंभ को लेकर तैयारियां जोर-शोर पर चल रही हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए इलाहाबाद जंक्शन पर लाइन शाह बाबा एफओबी को चौड़ा किया जा रहा है। अभी यह पुल छह मीटर चौड़ा है। इसे 12 मीटर किया जा रहा है। इसके माध्यम से यात्री एक पुल से किसी भी प्लेटफार्म पर से जा सकेंगे। प्लेटफार्म नंबर सात-आठ, नौ-दस पर नए पुल चालू हो चुके हैं। एक और नया एफओबी बनाया जाएगा। जिसका काम दिसंबर 2018 तक पूरा होने की संभावना है। सूबेदारगंज टर्मिनल पर एफओबी बनने का काम चल रहा है, जो मार्च 2018 तक पूरा हो जाएगा। एक और एफओबी वहां पर बनेगा। नैनी स्टेशन और करछना में भी एक एफओबी बन रहा है। प्रयाग जंक्शन पर एक नया एफओबी बनेगा, जिसका काम शुरू हो गया है। नया पुल प्रयाग जंक्शन के सर्कुलेटिंग एरिया से दूसरी तरफ मेला सर्कुलेटिंग एरिया से सीधे जुड़ेगा, ताकि प्लेटफार्म पर श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक न हो। उन्हें सीधे यात्री विश्राम गृह (बाड़ा) में रोका जा सके। इलाहाबाद सिटी स्टेशन पर कुंभ के दौरान नया एफओबी बना था। उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ गौरव कृष्ण बंसल का कहना है कि अर्द्धकुंभ के लिए इलाहाबाद के रेलवे स्टेशनों पर अतिरिक्त एफओबी बनाए जा रहे हैं। यात्री विश्राम गृह की क्षमता में विस्तार के साथ उसमें सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा। कहा कि इलाहाबाद छिवकी टर्मिनल, सूबेदारगंज टर्मिनल, प्रयाग घाट टर्मिनल बनने पर श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने में सहूलियत होगी। यहां पर सभी एफओबी नए हैं। पुराने की नियमित मरम्मत होती है।