Magh Mela-2020 : साइबर क्राइम रोकने व अफवाहों पर नजर रखेंगे पुलिस के एक्सपर्ट Prayagraj News
ऑनलाइन होने वाली इस धोखाधड़ी से बचने के लिए पुलिस अधिकारी अधिकृत वेबसाइट के जरिए ही संपर्क करने की गाइड लाइन जारी करते हैं। इसके बावजूद तमाम लोग ठगी का शिकार होते हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। संगम नगरी का माघ मेला, लाखों की संख्या में अपने देश के साथ ही विदेशी श्रद्धालुओं की भीड़। इस बीच एक छोटी सी अफवाह मेले के माहौल को खराब कर सकती है। इस बात को गंभीरता से लेते हुए इस बार भी कुंभ मेले की तर्ज पर साइबर क्राइम को रोकने और अफवाहों पर नजर रखने के लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। जानकार और सोशल मीडिया की बारीक जानकारी रखने वाले पुलिस के एक्सपर्ट अधिकारियों व कर्मचारियों को इस काम में लगाया जाएगा।
ठहरने की सुविधा, जमीन दिलाने के नाम पर ठगी
दरअसल, मेला शुरू होते ही तमाम शातिर युवक श्रद्धालुओं को ठहरने की सुविधा मुहैया कराने, जमीन उपलब्ध करवाने सहित कई तरह का झांसा देकर ठगी करते हैं। ऑनलाइन होने वाली इस धोखाधड़ी से बचने के लिए पुलिस अधिकारी अधिकृत वेबसाइट के जरिए ही संपर्क करने की गाइड लाइन जारी करते हैं। इसके बावजूद तमाम लोग ठगी का शिकार होते हैं।
सोशल मीडिया पर रहेगी नजर
वहीं, सोशल मीडिया के फेसबुक, ट्विटर, वाट्सएप, इंस्टाग्राम सहित दूसरे फ्लेटफार्म पर मेले को लेकर तमाम तरह की टिप्पणी करते हैं। कुछ असामाजिक तत्व सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने से भी बाज नहीं आते। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मेले में आग लगने, पांटून पुल टूटने जैसी कई गलत सूचना भी सोशल मीडिया पर दी जाती है। फर्जी सूचना के बारे में तत्काल खंडन करते हुए सच्चाई बताना जरूरी होता है। इसी को देखते हुए इस बार भी मेले में पुलिस की साइबर सेल टीम गठित की जाएगी।
धार्मिक आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों पर होगी कडी कार्रवाई
सोशल मीडिया के जरिए धार्मिक आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले और शांति व्यवस्था में खलल पैदा करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एसपी माघ मेला पूजा यादव ने बताया कि मेले के दौरान सोशल मीडिया पर नजर रखने के लिए साइबर सेल टीम बनाई जाएगी। इसमें पुलिस के एक्सपर्ट अधिकारियों, कर्मचारियों की तैनाती होगी। आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों और संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में पता लगाकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।