बेसहारा मवेशियों को पकड़ने का नगर निगम का अभियान ठप
बेसहारा मवेशियों को पकड़ने का अभियान ठप है। कुंभ के दौरान भले ही नगर निगम की टीम ने सख्ती दिखाई थी।
By Edited By: Published: Tue, 14 May 2019 05:54 PM (IST)Updated: Tue, 14 May 2019 05:55 PM (IST)
प्रयागराज, जेएनएन। सड़क पर घूम रहे बेसहारा मवेशियों को पकड़ने का अभियान ठप है। पशुपालक धड़ल्ले से जानवरों को सड़क पर छोड़ रहे हैं। इससे लोगों का आवागमन बाधित हो रहा है और आए दिन हादसे भी होते हैं।
कुंभ के दौरान कुछ दिन तक सख्ती होने पर इस पर अंकुश लगा था। सड़कों पर घूम रहे मवेशियों के खिलाफ पिछले महीने नगर निगम ने अभियान शुरू किया। एक-दो दिन तक अभियान चला, लेकिन उसके बाद बंद हो गया। इसी दौरान पशुओं को छोड़ने वाले पशुपालकों को नोटिस भेजी गई। मगर उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। अब यह स्थिति हो गई है हर रोज मेडिकल चौराहे के पास, अल्लापुर, मम्फोर्डगंज, अपट्रान चौराहे, अकबरपुर, काली मंदिर, बेनीगंज में समेत तमाम इलाकों में लोगों को जानवरों के कारण दिक्कत झेलनी पड़ रही है। पशुपालक दूध निकालने के बाद जानवरों को सड़क पर छोड़ रहे हैं। जानवरों के कारण आवागमन बाधित हो रहा है। कई जगह जाम भी लग जाता है।
शहर से बाहर नहीं शिफ्ट हुई डेयरी
शहर में चल रही डेयरियों को बंद करके पशुपालकों को बाहर शिफ्ट करने के लिए नैनी और फाफामऊ में कैटल कालोनियां बनवाई गई। हालांकि आज तक पशुपालक वहां नहीं गए। कुंभ से पहले दबाव बनाया जा रहा था कि पशुपालकों को कैटल कालोनियों में भेजा जाएगा। फिर भी अभी सब कुछ बदस्तूर चल रहा है। नालों के माध्यम से गोबर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंच रहा है। इससे मशीनें भी खराब हो रही हैं।
कहते हैं पशु चिकित्सा अधिकारी
नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. धीरज गोयल का कहना है कि पुलिस की व्यवस्था न मिलने पर अभियान को बंद करना पड़ा। अब दोबारा से अभियान शुरू किया जाएगा।
कुंभ के दौरान कुछ दिन तक सख्ती होने पर इस पर अंकुश लगा था। सड़कों पर घूम रहे मवेशियों के खिलाफ पिछले महीने नगर निगम ने अभियान शुरू किया। एक-दो दिन तक अभियान चला, लेकिन उसके बाद बंद हो गया। इसी दौरान पशुओं को छोड़ने वाले पशुपालकों को नोटिस भेजी गई। मगर उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। अब यह स्थिति हो गई है हर रोज मेडिकल चौराहे के पास, अल्लापुर, मम्फोर्डगंज, अपट्रान चौराहे, अकबरपुर, काली मंदिर, बेनीगंज में समेत तमाम इलाकों में लोगों को जानवरों के कारण दिक्कत झेलनी पड़ रही है। पशुपालक दूध निकालने के बाद जानवरों को सड़क पर छोड़ रहे हैं। जानवरों के कारण आवागमन बाधित हो रहा है। कई जगह जाम भी लग जाता है।
शहर से बाहर नहीं शिफ्ट हुई डेयरी
शहर में चल रही डेयरियों को बंद करके पशुपालकों को बाहर शिफ्ट करने के लिए नैनी और फाफामऊ में कैटल कालोनियां बनवाई गई। हालांकि आज तक पशुपालक वहां नहीं गए। कुंभ से पहले दबाव बनाया जा रहा था कि पशुपालकों को कैटल कालोनियों में भेजा जाएगा। फिर भी अभी सब कुछ बदस्तूर चल रहा है। नालों के माध्यम से गोबर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंच रहा है। इससे मशीनें भी खराब हो रही हैं।
कहते हैं पशु चिकित्सा अधिकारी
नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. धीरज गोयल का कहना है कि पुलिस की व्यवस्था न मिलने पर अभियान को बंद करना पड़ा। अब दोबारा से अभियान शुरू किया जाएगा।
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