पीएम से उम्मीद : शहर के विकास के लिए चाहिए इनर और आउटर रिंग रोड
पीएम नरेंद्र मोदी 16 दिसंबर को प्रयागराज आ रहे हैं। उनसे शहरवासियों को उम्मीद है कि इनर और आउटर रिंगरोड का भी शिलान्यास कर सकते हैं।
प्रयागराज : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज में 16 दिसंबर को आ रहे हैं। आमजन की आकांक्षाएं उनसे हैं। उन्हें पूरी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री कुंभ के कई हजार करोड़ के कार्यों का जहां लोकापर्ण करेंगे। वहीं शहर की सबसे अहम जरूरत बन चुके रिंग रोड का शिलान्यास भी कर सकते हैं।
हालांकि अधिकारी इस बारे में कुछ नहीं बोलते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री ने अगर शहर के मन की बात भांप ली तो शहर का यह सपना भी साकार हो सकता है। इसके बाद इस महानगर में विकास की चौतरफा बयार बहने लगेगी, जिसका लाभ आम से लेकर खास हर तरह के नागरिक को होगा।
शहर के आसपास के इलाकों से कनेक्टिविटी का अभाव
प्रयागराज एक महानगर के रूप में आकार तो ले रहा है, लेकिन यहां शहर के विभिन्न इलाकों की आपस में कनेक्टिविटी अच्छी नहीं है। यहां अगर झलवा से नैनी जाना हो तो शहर से गुजरे बगैर नहीं जाया जा सकता। इस कनेक्टिविटी का अभाव ही है, जिससे नैनी, झलवा, फाफामऊ और झूंसी जैसे प्रमुख इलाकों का उस तरह से विकास नहीं हो पा रहा है, जैसा होना चाहिए। आम नागरिक आज भी बेहद महंगा इलाका होने के बावजूद सिविल लाइंस की ओर ही भागता है।
काफी समय से इनर व आउटर रिंगरोड की है मांग
इन समस्याओं का निदान है शहर में इनर और आउटर रिंगरोड, जिसकी मांग लंबे समय से चली आ रही है। केंद्र में भाजपा सरकार बनने के बाद केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री से लेकर उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य तक यह मांग पूरी करने का लगातार वादा कर रहे हैं। फिर भी इस काम में अभी कोई रफ्तार नजर नहीं आई। जबकि ङ्क्षरगरोड शहर की प्राणवायु साबित हो सकती है। रिंग रोड के बनते ही शहर अलग अलग हिस्सों में विकसित होना शुरू हो जाएगा, जिससे शहर के मध्य क्षेत्र सिविल लाइंस पर दबाव कम होने लगेगा। चिकित्सा सुविधाओं से लेकर शिक्षण संस्थान तक जो मध्य शहर के इर्द गिर्द ही सिमट जाते हैं, वह भी इन क्षेत्रों का रुख करेंगे।
कहते हैं लोग
भाजपा नेता सुबोध सिंह कहते हैं कि भाजपा शासनकाल में यह काम भी पूरा हो जाएगा। वहीं शहर के दवा व्यवसायी राजेश सोनी कहते हैं कि जब तक रिंग रोड नहीं बनेगी। सारा शहर सिविल लाइंस तक ही सिमटा रहेगा। गीतेश गुप्ता कहते हैं कि लखनऊ के किसी भी क्षेत्र में जाइये वहां कनेक्टिविटी और सभी सुविधाएं मिलेंगी। इसलिए हर जगह रिहाइश आसान हैं। प्रयागराज में ऐसा न होने के कारण ही लोग सिविल लाइंस भागते हैं। अगर सब कुछ नैनी में मिल जाए तो लोगों को सस्ते आवास से लेकर हर सुविधा मिलने लगेगी।