सरदार पटेल के पत्र व संदेशों की लगी प्रदर्शनी
स्वतंत्र भारत के एकीकरण में सरदार वल्लभ भाई पटेल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यदि यह कहें कि आज देश का जो मानचित्र है वह उन्हीं की देन है तो गलत न होगा। यह विचार थल सेना के पूर्व सूबेदार श्याम सुंदर पटेल ने व्यक्त किए।
जासं, प्रयागराज : स्वतंत्र भारत के एकीकरण में सरदार वल्लभ भाई पटेल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यदि यह कहें कि आज देश का जो मानचित्र है वह उन्हीं की देन है तो गलत न होगा। यह विचार थल सेना के पूर्व सूबेदार श्याम सुंदर पटेल ने व्यक्त किए। वह क्षेत्रीय अभिलेखागार में दुर्लभ अभिलेखों की प्रदर्शनी का उद्घाटन कर रहे थे। इस मौके पर पांडुलिपि अधिकारी गुलाम सरवर ने प्रदर्शनी में लगाए गए चित्रों के संबंध में जानकारी दी। बताया कि 1913 से 1950 तक के अभिलेख व चित्र प्रदर्शित किए गए हैं। इनमें प्रमुख रूप से सरदार पटेल द्वारा टिहरी गढ़वाल का यूनाइटेड प्रॉविंसेज में विलय पर एक अगस्त 1949 को लिखा पत्र, 1945, 47 व 49 में सरदार पटेल द्वारा किए पत्राचार, जनसेवा वल्लभ एवं किसानों के प्राण वल्लभ शीर्षक की कविता आदि प्रमुख थे। इस मौके पर डॉ. राम नरेश पाल, रीता सेठी, राकेश कुमार वर्मा, हरिश्चंद्र दुबे, डॉ. शाकिरा तलत आदि मौजूद रहीं। महापौर ने किया नमन
लौहपुरुष की जन्मतिथि पर शनिवार को नगर निगम के सदन हाल में महापौर अभिलाषा गुप्ता ने नमन किया। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में अपर नगर आयुक्त मुशीर अहमद, जोनल अधिकारी मयंक यादव, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके मिश्रा, मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी सदन गोपाल आदि मौजूद रहे। वहीं सर्वदलीय पार्षद एवं पूर्व पार्षद संघर्ष समिति ने भी लौहपुरुष की जन्मतिथि मनाई। इस मौके पर पूर्व पार्षद शिव सेवक सिंह, पार्षद आनंद घिल्डियाल, सुनीता श्रीवास्तव, कमलेश सिंह, उर्मिला यादव, अल्पना निषाद, नंदलाल आदि मौजूद रहे।