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इविवि की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ने फर्जी दस्तावेज मामले में राष्ट्रपति से की शिकायत

फर्जी दस्तावेज के आधार पर सीएमपी डिग्री कॉलेज में हुई एक शिक्षक की भर्ती के मामले ने तूल पकड़ा है। एयू की पूर्व छात्रसंघ अध्‍यक्ष ने राष्ट्रपति शिकायत की है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 06 Nov 2018 01:11 PM (IST)Updated: Tue, 06 Nov 2018 01:11 PM (IST)
इविवि की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ने फर्जी दस्तावेज मामले में राष्ट्रपति से की शिकायत
इविवि की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ने फर्जी दस्तावेज मामले में राष्ट्रपति से की शिकायत
प्रयागराज : इलाहाबाद विश्वविद्यालय के संघटक महाविद्यालय सीएमपी में फर्जी दस्तावेज के आधार पर हुई एक शिक्षक की कथित भर्ती की शिकायत राष्ट्रपति से की गई है। इविवि की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने राष्ट्रपति को पत्र भेजकर मामले की सीबीआइ जांच कराने की मांग की है।
 पत्र में ऋचा सिंह की ओर से कहा गया है कि अमित सिंह को प्रो. हांगलू ने ओएसडी के रूप में नियुक्त किया।  ओएसडी का ऐसा कोई पद कभी सृजित नहीं किया गया था, जबकि अमित सिंह पर आपराधिक मुकदमा भी दर्ज है। अमित सिंह को कुलपति ने अपने प्रभाव का प्रयोग करते हुए नवंबर 2017 में विश्वविद्यालय के संघटक महाविद्यालय सीएमपी कालेज में दर्शनशास्त्र विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त करा दिया। उन पर आरोप है कि हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट के अंकपत्रों में हेराफेरी कर इविवि के दर्शनशास्त्र विभाग में शोधछात्र के रूप में प्रवेश लिया। इन्हीं अंकपत्रों के आधार पर सीएमपी महाविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर उनकी नियुक्ति भी कर ली गई।
 पुलिस ने अमित सिंह के खिलाफ स्पेशल सीजेएम कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया है। पुलिस जांच में अमित सिंह पर भारतीय दंड संहिता की धारा 419, 420, 467, 468 तथा 471 में प्रथम दृष्टया हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट के अंकपत्रों में हेराफेरी के आरोप सही पाए गए हैं। उन्होंने मामले की जांच कराने की मांग की है।
 

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