उद्यमियों ने कहा, उत्पादों की वाजिब कीमत के लिए सरकार उपलब्ध कराए बाजार Prayagraj News
मूंज खरीदने के लिए भी दीपावली के अवसर पर ही 10 दिन का समय मिलता है। इस अवधि में जिन उद्यमियों ने मूंज का स्टॉक नहीं कर लिया उन लोगों को दिक्कत होती है।
प्रयागराज, जेएनएन। एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) से जुड़े उद्यमियों को आम बजट से ढेरों उम्मीद है। इन्हें उम्मीद है कि सरकार इनके उत्पाद बेचने को बाजार मुहैया कराने के लिए बजट में खास प्रावधान करेगी ताकि मेहनत की वाजिब कीमत व उत्पाद के लिए को साल भर आसानी से मूंज उपलब्ध हो सके। इसके लिए जल्द मूंज बैंक स्थापित हो। मूंज रखने का इंतजाम न होने से सालभर मुश्किल आती है।
नई डिजाइन के लिए हो इंतजाम
नैनी के महेवा निवासी उद्यमी चांद का कहना है कि मूंज के उत्पाद तैयार करने के लिए नई डिजाइन नहीं मिल पाती है। बाजार में हर प्रकार के नए कलर भी उपलब्ध नहीं हो पाते हैं। सरकार को बजट में इन चीजों के लिए भी प्रावधान करना चाहिए। मूंज खरीदने के लिए भी दीपावली के अवसर पर ही 10 दिन का समय मिलता है। इस अवधि में जिन उद्यमियों ने मूंज का स्टॉक नहीं कर लिया, उन लोगों को दिक्कत होती है।
मूंज बैंक की जल्द हो व्यवस्था
महेवा की रहने वाली लक्ष्मी का कहना है कि जो उत्पाद बनाती हैं, उसका वाजिब दाम नहीं मिल पाता है, क्योंकि ओडीओपी उत्पादों के लिए उचित बाजार नहीं है। एक उत्पाद तैयार करने में दो-तीन दिन लगते हैं लेकिन कीमत मुश्किल से दो-ढाई सौ रुपये ही मिल पाती है। इसलिए सरकार को चाहिए कि उत्पादों की वाजिब कीमत को बाजार उपलब्ध कराए। उन्हें रोजगार के लिए आसानी से मूंज उपलब्ध होता रहे।
आसानी से लोन का हो प्रावधान
महेवा पूरब पट्टी के रहने वाले अफसार अहमद का कहना है कि बैंकों से लोन मिलने में बहुत दिक्कत होती है। 10 बार फार्म भरवाने के बावजूद सिर्फ आश्वासन मिलता है। इसलिए सरकार को चाहिए कि वह लोन प्रक्रिया को सरल बनाए जिससे उद्यमियों को जरूरत पर आसानी से लोन उपलब्ध हो सके। मेले और प्रदर्शनियों में सभी उद्यमियों को स्टॉल लगाने का अवसर मिले, ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए।
मेहनत के बराबर तो मिले दाम
महेवा पूरब पट्टी की रहने वाली आब्दा का कहना है कि उत्पादों के सही दाम मिलने के लिए सरकार को बजट में प्रावधान करना चाहिए। उनका कहना है कि एक उत्पाद तैयार करने में दो-तीन दिन लग जाते हैं, लेकिन बाजार में उसे बेचने पर दो-तीन सौ रुपये ही मिल पाते हैं। मूंज के स्टॉक के लिए मूंज बैंक की व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे जिन उद्यमियों के पास सालभर मूंज रखने का इंतजाम नहीं है।