बौद्ध सर्किट से कौशांबी के जुड़ने पर बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
अब पर्यटन स्थल कौशांबी को बौद्ध सर्किट से जोडऩे के लिए 90 लाख की लागत से कौशांबी खास में मल्टीपरपज हॉल ओपेन एयर थियेटर व लाइब्रेरी का निर्माण कराया जा रहा है।
प्रयागराज, जेएनएन। पडोसी जनपद कौशांबी भगवान बुद्ध व जैन धर्म के छठें तीर्थकर पद्म प्रभु की तपोस्थली कौशांबी को बौद्ध सर्किट से जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है। कौशांबी खास में मल्टीपरपज हॉल, ओपेन एयर थियेटर व लाइब्रेरी का निर्माण तेजी से कराया जा रहा है। निर्माण कार्य पूरा होने और कोरोना का खतरा कम होने के बाद पर्यटकों की संख्या में इजाफा होने से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का अवसर बढ़ेगा।
कौशांबी खास में मल्टीपरपज हॉल, ओपेन एयर थियेटर व लाइब्रेरी का चल रहा निर्माण कार्य
देश-विदेश से लोग कौशांबी में ऐतिहासिक धरोहरों को देखने के लिए आते हैं। यहां भगवान बुद्ध, जैन धर्म के छठें तीर्थकर पद्म प्रभु की तपोस्थली, शीतला धाम, ख्वाजा कड़क शाह बाबा, सूफी संत मलूक दास समेत कई पर्यटक स्थल ऐसे हैं। गौतम बुद्ध की नगरी व पद्म प्रभु तपोस्थली कौशांबी के स्वर्णिम इतिहास को जानने की रुचि भी है। कौशांबी के इतिहास को तरोताजा करने के लिए अभी कलेक्ट्रेट में ही संग्रहालय बनाया गया है। यहां पर गौतम बुद्ध की प्रतिमा, जैन मंदिर, अशोक स्तंभ, ख्वाजा कड़क शाह की मजार, राजा उदयन के किले का खंडहर समेत कई ऐतिहासिक स्थलों के चित्र लगाए गए हैं। अब पर्यटन स्थल कौशांबी को बौद्ध सर्किट से जोडऩे के लिए 90 लाख की लागत से कौशांबी खास में मल्टीपरपज हॉल, ओपेन एयर थियेटर व लाइब्रेरी का निर्माण कराया जा रहा है।
तीन माह में पूरा हो जाएगा निर्माण कार्य
मंझनपुर एसडीएम राजेश चंद्रा ने बताया कि तीन माह के भीतर कौशांबी खास में मल्टीपरपज हॉल, ओपेन एयर थियेटर व लाइब्रेरी का निर्माण पूरा हो जाएगा। इसके बाद पर्यटकों को सुविधा मिलेगी और रोजगार का अवसर बढ़ेगा।