प्रयागराज, जेएनएन। कौशांबी जनपद में पश्चिम शरीरा के अमीना गांव में मंगलवार को घर में सोते समय बड़े भाई पर छोटे भाई ने डंडे से हमला कर दिया। वह उसे जब तक पीटता रहा, जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपित फरार हो गया। पता चला तो घर पर रिश्तेदार और ग्रामीण जुट गए। बाद में आऱोपित ने खुद थाने जाकर सरेंडर कर दिया हालांकि पुलिस इस बात को नहीं मान रही है।
डेढ़ साल पहले आरोपित की पत्नी बच्चों के साथ चली गई मायके
अमीना गांव निवासी स्व. शिवमूरत केसरवानी के तीन बेटे थे। बड़ा बेटा प्रकाशचंद्र रोजगार के लिए अहमदाबाद चला गया। वह परिवार के साथ वहीं रहता है। गांव में मझला बेटा 40 वर्षीय अशोक कुमार और छोटा मोनू रहते थे। दोनों खेती करते थे। मंगलवार की दोपहर अशोक खाना खाने के बाद घर में सो रहा था। इसी बीच मोनू वहां आ गया। उसने भाई को सोता देखा तो पास रखे एक बांस के डंडे से सिर पर हमला बोल दिया। एक के बाद एक लगातार उस पर कई वार किया। अचानक हमले से वह कुछ न बोल पाया और न बचाव में कुछ कर पाया। अशोक को मारेन के बाद मोनू घर से निकल भाग गया। परिवार के लोग अशोक लेकर अस्पताल पहुंचे। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अशोक की पत्नी संध्या समेत तीन पुत्र व पुत्रियों का रो-रोकर हाल बेहाल रहा। फिर वहां भीड़ लगी तो पुलिस पहुंची।
छह माह पहले मां की भी की थी पिटाई
घटना के पीछे न पुलिस को कोई वजह फिलहाल मिल सकी और न स्वजन ही कुछ समझ पा रहे हैं। मोनू की यह कोई पहली हरकत नहीं है। उसने करीब डेढ़ साल पहले अपनी पत्नी को भी बेरहमी से पीटा था। इसके बाद पत्नी तीन बेटी व दो बेटों को लेकर अपने मायके प्रतापगढ़ चली गई। मोनू इतने से भी शांत नहीं हुआ। छह माह पहले उसने अपनी मां शिव दुलारी को बेरहमी से पीटा था। गनीमत यह रही कि उस दौरान पास में ही गांव के कुछ लोग थे। इससे उसकी जान बच गई। इस बार भाई अशोक को नहीं बचाया जा सका।
थाने तक खुद पहुंचने की चर्चा
गांव में ऐसी चर्चा रही कि आरोपित घटना को अंजाम देने के बाद सीधे पश्चिमशरीरा थाने पहुंचा और वहां तैनात गार्ड से बताया कि उसने भाई की हत्या की है। उसे गिरफ्तार कर लो। उसकी बात सुनकर पहले तो लगा कि कोई सनकी आ गया लेकिन थोड़ी देर में गांव से सूचना आई तो पुलिस सक्ते में में आ गई। आनन-फानन उसे गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस आरोपित की गिरफ्तारी से इन्कार कर रही है। थानाध्यक्ष भवनी सिंह ने बताया कि अभी तक आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उसकी तलाश की जा रही है।
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